उन्नाव। लंबे समय से खस्ताहाल पड़े जिले के नौ संपर्क मार्गों के नवनिर्माण का रास्ता साफ हो गया है। मोहान विधायक द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर काम शुरू कराने के लिए ग्रामीण अभियंत्रण विभाग (आरईएस) ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दो गांवों को जोडऩे वाले कई ऐसे संपर्क मार्ग हैं जो लंबे समय से खस्ताहाल हैं। इन पर आवागमन करने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई मार्ग तो पूरी तरह से गड्ढों में समाए हुए हैं। कहीं पर गिट्टियां बाहर झांकने लगी हैं। जिससे वाहन सवार गिरकर चुटहिल हो रहे हैं। इसको देखते हुए मोहान विधायक बृजेश रावत ने इन मार्गों के निर्माण के लिए पूर्व में प्रस्ताव दिए थे। जिस पर आरईएस ने सर्वे कराकर इन नौ मार्गों का चिह्नांकन कराया था। लगभग दस किमी लंबे इन मार्गों के नवनिर्माण के लिए 1.19 करोड़ का विधायक निधि से बजट स्वीकृत हुआ है। अधिशाषी अभियंता एसके जैन ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
एक लाख की आबादी को मिलेगा लाभ
इन नौ मार्गों का डामरीकरण कराया जाएगा। इसमें गांव की कच्ची गलियां और ध्वस्त मुख्य मार्ग दोनों शामिल किए गए हैं। इससे करीब एक लाख की आबादी को फायदा मिलेगा। इससे आवागमन सुलभ होगा।
इन मार्गों का होगा निर्माण
1-मां कुशेहरी देवी के पास इंटरलॉकिंग कार्य।
2-नानाटीकुर में इंटरलॉकिंग निर्माण।
3-भौली के मजरा गलियारगांव में इंटरलाकिंग रोड व नाली निर्माण।
4-भौली में इंटरलाकिंग रोड निर्माण।
5-केवाना के मजरा भुगवंतपुर इंटरलॉकिंग रोड।
6-केवाना के मजरा रामपुर में इंटरलॉकिंग व नाली निर्माण।
7-हसनगंज के उलरापुर में मुख्य मार्ग से महेंद्र लोधी के घर तक इंटरलाकिंग रोड।
8-रानीखेड़ा खालसा मार्ग से बाग तक इंटरलॉकिंग रोड।
9-भौली के मजरा छत्ताधारी में डामर रोड से शिवपाल के घर होते हुए छेदी के घर तक इंटरलाकिंग रोड निर्माण।