बरेली के मंदिर में उर्मिला बनकर भगीरथ के साथ लिये फेरे
न्यूरिया-पीलीभीत। न्यूरिया के मोहल्ला खब्बापुर की रहने वाली महिला ने अपने प्रेमी के साथ बरेली के अगस्त मुनी आश्रम में उजमा ने मुस्लिम से हिंदू धर्म अपना लिया। उजमा उर्फ उर्मिला ने हिंदू रीति रिवाज के साथ प्रेमी भगीरथ के साथ फेरे लिए। दोनों की दोस्ती दो साल पहले हुई थी। पंडित केके शंखधार ने दोनों का पहले गंगाजल शुद्धिकरण कराया। उसके बाद अग्नि के सामने सात फेरे कराए। महिला का कहना है कि वह हिंदू बनकर ही रहंगी। उजमा उर्फ उर्मिला ने अपने परिवार से जान का खतरा भी जताया है।
थाना न्यूरिया क्षेत्र के 26 वर्षीय भगीरथ ग्राम हुलकरी ढकिया गांव का रहने वाला है। यह गांव मिश्रित आबादी का का गांव है। 2 साल पहले न्यूरिया कस्बे के खब्बापुर की रहने वाली उजमा से दोस्ती हुई। उजमा उस समय अपनी ननिहाल में गई हुई थी। इस दौरान उसकी भगीरथ से मुलाकात हुई और दोनों में दोस्ती हो गई। साथ ही दोनों आपस में मोबाइल पर बातें करने लगे।
इस बीच भगीरथ और उजमा एक-दूसरे से शादी के लिए बात करने लगे, जिसमें उजमा ने कहा कि शादी के लिए वह अपना घर भी छोड़ सकती है। दिसंबर 2022 में दोनों बरेली में घूमने भी आए। उजमा ने बताया किएक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें भी खाईं, लेकिन उजमा और भगीरथ के संबंधों की भनक दोनों के परिजनों को लग गई। इसके बाद मोहब्बत के बीच धर्म आड़े आ गया था। उजमा के परिजनों ने बेटी के घर से निकलने पर रोक लगा दी।
जिसमें चोरी छिपे उजमा अपने प्रेमी से बात करने लगी। उजमा उर्फ उर्मिला ने बताया कि घर छोड़ने का फैसला कर लिया। जिसके बाद दोनों ने एक दोस्त के माध्यम से पंडित केके शंखधार से संपर्क किया। आज दोनों की मंदिर में शादी कराई।
पंडित केके शंखधार ने बताया कि वह पिछले 9 साल से कई हिन्दू-मुस्लिम जोड़ों की शादी करा चुके है। दोनों के शपथपत्र लेकर और बालिग होने पर ही विधि विधान से शादी कराई जाती है। पूर्व में पंडित केके शंखधार को भी जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद पंण्डित व उजमा और भागीरथ ने उजमा के परिवारजनों से जान का खतरा बताया है।