कानपुर (हि.स.)। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के साथ पछुआ हवाओं से तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। इससे उत्तर प्रदेश में आगामी दिनों में सर्दी बढ़ेगी और इससे रवी की फसल को फायदा होगा। मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते कोहरा भी बढ़ेगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि पहाड़ों पर बना पश्चिमी विक्षोभ दूर चला गया है और परिणामस्वरूप इस सिस्टम के गुजरने के कारण मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट आई है। इसके अलावा उत्तरी मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में भी इस मौसम का अब तक का न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। थोड़े समय के लिए छिटपुट कोहरा छाया रहा, लेकिन इन इलाकों में लंबे समय तक या घने कोहरे की कोई सूचना नहीं मिली।
अमृतसर और जालंधर के सबसे संवेदनशील हिस्सों में भी कुछ कोहरा देखा गया और दृश्यता घटकर 100 मीटर रह गई, जिससे परिचालन प्रभावित हुआ लेकिन स्थितियों में तेजी से सुधार हुआ।
कानपुर में आज सात डिग्री तापमान सीएसए यूनिवर्सिटी की वेध शाला में न्यूनतम दर्ज किया गया। कानपुर मण्डल में हवाओं की गति अब बढ़ने के साथ निरंतरता रहने से दिन की सर्दी में इजाफा हो सकता है।
उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान 23.8 और न्यूनतम तापमान 7.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 94 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 61 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 1.2 किमी प्रति घंटा रही।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में आसमान साफ रहने के आसार हैं। बारिश की कोई संभावना नहीं है तथा प्रातःकाल एवं रात्रि के समय ठण्ड पड़ने के आसार है। अब हवाओं की गति भी बढ़ेगी सुबह शाम धुँध कुहरा बना रहेगा लेकिन दिन में राहत रहेगी।