दक्षिण पश्चिम मानसून वापसी में विकराल रूप दिखा रहा है। ओडिशा में तेज बारिश और वज्रपात से 12 लोगों की मौत हो गई है। कई जिलों में हुए वज्रपात में करीब 14 लोग घायल भी हुए हैं। भारतीय मौसम विभाग यानी IMD ने अगले चार दिनों में राज्य के कई हिस्सों में अत्याधिक बारिश की संभावना जताई है। भुवनेश्वर और कटक में 12 और 95.8 मिलीमीटर बारिश हुई। कई तटीय शहरों में भी वज्रपात के साथ बारिश हुई है।
ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण OSDMA ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा-‘3 सितंबर को दोपहर सवा तीन बजे तक राज्य में बादल से बादल बिजली गिरने की 1976 और बादल से जमीन पर बिजली गिरने की 1264 घटनाएं दर्ज की गईं’ इससे पहले 2 सितंबर की शाम 5 बजे तक राज्य में बादल से बादल बिजली गिरने की 36,597 और बादल से जमीन पर बिजली गिरने की 25,753 घटनाएं दर्ज की गईं थी’
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात
IMD ने बताया है कि इस समय बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके साथ ही एक और चक्रवात उत्तर में बन रहा है। इसके कारण ओडिशा सहित आसापास के कई राज्यों में अगले 48 घंटे में भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ अगले चार दिनों में इस चक्रवात और निम्न दबाव के कारण कई जगह तेज बारिश होगी।
12 लोगों की मौत
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त ने बताया है कि वज्रपात के कारण खोरधा जिले में 4, बोलांगीर में 2,ढेंकनाल, गजापति, जगतसिंहपुर, बौध, पुरी और अंगुल जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके अलावा बोलांगीर में 8, खोरधा में 3, गंजम, कटक और अंगुल में एक-एक लोग घायल हुए हैं। इसके साथ ही यह सलाह दी है कि प्रदेश में मौसम खराब होने की संभावना है। ऐसे में घरों से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थान पर शरण लें। आयुक्त ने 19 जिलों के लिए विशेष चेतावनी जारी की है। सरकार ने सभी को चार लाख रुपए सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है।
कई राज्य बारिश को तरसे
भारतीय मौसम विभाग यानी IMD ने इस साल सामान्य मानसूनी बारिश का अनुमान लगाया था लेकिन बारिश के बदले पैटर्न के कारण कई राज्यों के कई क्षेत्रों में सूखे जैसे स्थिति है। खड़ी फसल ही सूख गई है। बारिश की इस कमी को कोई पर्यावरण में हो रहे परिवर्तन की तरह देख रहा है और कोई से अलनीनो प्रभाव बता रहा है। आंकड़ों की मानें तो देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश सामान्य ही हुई है।