कानपुर (हि.स.)। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के साथ देश में कई प्रकार की मौसमी गतिविधियां बन रही हैं। इससे एक बार फिर उत्तर प्रदेश का मौसम प्रभावित होगा। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी तीन दिन उत्तर प्रदेश खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेघ गर्जन और ओलावृष्टि के साथ बारिश की संभावना है। ऐसे में किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि इन दिनों फसलों पर सिंचाई की गतिविधियां स्थगित रखें।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पूर्व ईरान और निकटवर्ती अफगानिस्तान पर समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर से 9.6 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर है। एक ट्रफ रेखा उत्तरी केरल से निचले स्तर पर कोंकण तक फैली हुई है। उत्तर पूर्वी बिहार और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पांच मार्च से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंचने की संभावना है। इससे चार मार्च तक कानपुर मंडल सहित पूरे उत्तर प्रदेश में बूंदाबांदी, बारिश और मेघ गर्जन के साथ ओलावृष्टि पड़ने की भी संभावना प्रतीत हो रही है। इसके साथ ही हवाओं की गति अधिक रहेगी।
डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 29.0 और न्यूनतम तापमान 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 83 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 33 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 4.1 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे के कारण चार मार्च तक मध्य तेज हवाओं, गरज-चमक एवं ओलावृष्टि के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।