यूपी में ठंड की तस्वीर बदलने लगी है। आसमान में बादलों का गायब होना दिन को धूपी बना रहा है, लेकिन शाम होते ही तापमान में कमी आने लगी है। रात में ठंड और ओस दोनों बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। कई जिलों में कड़ाके की ठंड बढ़ रही है और तापमान और नीचे जाने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में ठंडक धीरे-धीरे बढ़ रही है। राजधानी लखनऊ, गोरखपुर, बलिया, सीतापुर, लखीमपुर खीरी और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में रात के समय ठंडी हवाएं चल रही हैं।
और बढ़ेगी उत्तर प्रदेश में ठंड
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 48 घंटों में राजधानी सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखने को मिली है। अगले दो-तीन दिनों में तापमान में और भी गिरावट हो सकती है। इसके बाद प्रदेश में ठंडक और बढ़ जाएगी। लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में पछुआ हवाओं ने दिन के तापमान को काफी कम किया है।
लखनऊ में रविवार को दिन भर हवाओं का असर देखा गया था। सोमवार की सुबह भी पछुआ हवाओं की रफ्तार बढ़ी हुई है, जिससे फिर से मौसम में ठंडक बढ़ने की संभावना है।
हवा की दिशा पछुआ उत्तरी-पश्चिमी
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवात का प्रभाव ख़त्म होने के साथ ही सतही स्तर पर हवा की दिशा पछुआ उत्तरी-पश्चिमी हो जाने से ठंड बढ़ी है। आसमान से बादल छंटने से रात में उत्सर्जन बढ़ने से स्थिति में बदलाव आया है। लखनऊ समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्से में न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू है। पिछले 48 घंटों में लखनऊ का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री की गिरावट के साथ 11 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है।
लखनऊ में सोमवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इसी के साथ मंगलवार को भी ऐसा ही तापमान बने रहने की उम्मीद है। शहर के बाहरी इलाकों में हल्के फॉग का असर दिख रहा है। वहीं, नोएडा और गाजियाबाद में भी तापमान इसी के आसपास रहने का अनुमान लगाया गया है। दोनों ही जिलों में प्रदूषण बढ़ने का अनुमान जताया गया है। हालांकि न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे आने से ठंडक की स्थिति बढ़ने की उम्मीद है।
हिमालयीय क्षेत्रों से आ रही शुष्क ठंडी हवाएं
ठंडे रेगिस्तानी और हिमालयीय क्षेत्रों से आ रही शुष्क ठंडी हवाओं की गति बढ़ने से आगामी 2-3 दिनों के दौरान दिन के अधिकतम तापमान में भी 2 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है। वहीं, न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की मामूली गिरावट आने की संभावना है। इसी के साथ वायुमंडल आर्द्रता कम होने और 20-22 किलोमीटर/घंटा की तेज पछुआ हवाओं के प्रभाव से कोहरे का घनत्व घटा है। -अतुल कुमार सिंह, मौसम वैज्ञानिक