वाराणसी (ईएमएस)। यूपी के वाराणसी में अब संतों ने ज्ञानवापी में जुमे की नमाज पर नमाजियों के भीड़ पर सवाल उठाया है। अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने आरोप लगाया कि PFI और ISI के लोग ज्ञानवापी बैठक में शामिल हुए थे।
उनका दावा है कि ज्ञानवापी को लेकर जमाते इस्लामी हिंद, पीएफआई और आईएसआई मिलकर साजिश कर रहा है और इस मुद्दे पर वह लोग साम्प्रदायिक हिंसा करवा सकते हैं। उन्होंने फेसबुक के लाइव वीडियो लिंक के जरिए दावा किया कि केरल के इस बैठक में अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के सचिव मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी शामिल थे।
स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने दावा किया कि ज्ञानवापी में जुमे के नमाज पर जो भीड़ उमड़ रही है उसमे ज्यादातर नमाजी बाहरी हैं। उन्होंने बताया कि पहले ज्ञानवापी में कभी भी 100-200 से ज्यादा नमाजी नहीं जुटते थे लेकिन जब से यह मुद्दा कोर्ट में है और लगातार हिंदुओं के पक्ष में इसको लेकर फैसले आ रहें हैं। तब से वहां नमाजियों की भीड़ बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि माहौल खराब करने के लिए बाहरी नमाजी बुलाए जा रहें है। हालाकिं इस मामले में यूपी पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ज्ञानवापी को लेकर फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया पर चलाए जा रहें ग्रूप और पेज पर नजर रख रही है और उससे जुड़े लोगों की कुंडली भी खंगाल रही है।