संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में दिल्ली पुलिस ने छठे आरोपी महेश कुमावत को गिरफ्तार किया है। उसे 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है।
पुलिस ने बताया कि महेश इस साजिश का हिस्सा था और उसने कथित मास्टरमाइंड ललित झा के साथ मिलकर संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रची थी।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए 4 आरोपियों के मोबाइल फोन नष्ट करने में महेश ने ललित का साथ दिया था।
क्या था संसद की सुरक्षा में सेंध का मामला?
बुधवार को शून्यकाल के दौरान 2 युवक अचानक से दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए थे और बेंचों पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ा दी। ये भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर जारी विजिटर पास के जरिए लोकसभा की दर्शक दीर्घा में पहुंचे थे। संसद के बाहर भी एक महिला और युवक पीले रंग का धुआं उड़ाते हुए गिरफ्तार किए गए। इन सभी पर UAPA लगाया गया है।
पुलिस को महेश के इंस्टाग्राम अकाउंट से मिली कई जानकारी
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली पुलिस महेश से इस मामले को लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने महेश के इंस्टाग्राम अकाउंट को डिकोड कर लिया है, जिसमें कई बड़े खुलासे भी हुए हैं। पुलिस को पता चला है कि इस अकाउंट से क्रांति के नाम पर युवाओं को भड़काने और उनका ब्रेन वॉश करने की साजिश की जा रही थी और ये आरोपी क्रांतिकारियों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर सरकार विरोधी वीडियो बनाते थे।
ललित की राजस्थान में छिपने में महेश ने की मदद
पुलिस सूत्रों का कहना है कि बुधवार को जब 2 युवकों ने लोकसभा में हंगामा मचाया, तब ललित दिल्ली से भागकर राजस्थान चला गया था।
उन्होंने बताया कि दिल्ली से फरार होने के बाद ललित की महेश और उसके चचेरे भाई कैलाश ने राजस्थान के नागौर में छिपने और रहने-खाने की व्यवस्था की थी। उनका कहना है कि महेश से पूछताछ के बाद घटना को लेकर और भी खुलासे हो सकते हैं।
आरोपियों ने अन्य योजनाओं पर किया था विचार
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उन्होंने संसद में गैस कनस्तर से रंगीन धुआं छोड़ने से पहले आत्मदाह और पर्चे बांटने की योजना भी बनाई थी। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले अपने शरीर को अग्निरोधक जेल से ढककर आत्मदाह करने और पर्चे बांटने की योजना पर विचार किया था, लेकिन फिर उन्होंने यह विचार छोड़ दिया और अंत में संसद में रंगीन गैस छोड़ने की योजना बनाई गई।
अब तक 6 आरोपी पुलिस की पकड़ में
संसद की सुरक्षा में चूक मामले में पुलिस ने ललित के अलावा सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम देवी, अमोल शिंदे, विशाल शर्मा, महेश और कैलाश का नाम सामने आया है और अब तक 6 लोग पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं।
भाजपा सांसद के बयान दर्ज कर सकती है पुलिस
मामले में दिल्ली पुलिस की जांच सेल भाजपा सांसद प्रताप सिन्हा का बयान दर्ज कर सकती है। उन्हें इसके बारे में सूचित भी कर दिया गया है और जांच टीम उनके निजी सहायक के बयान भी दर्ज कर सकती है।साथ ही कि जांच टीम घटना को अंजाम देने वाले युवकों को फिर से संसद ले जाकर यह कृत्य दोहरा सकती है और इसके लिए संसद की अनुमति मांगी जाएगी ताकि सदन के अंदर क्राइम सीन को दोहराया जा सके।
राहुल गांधी ने मामले में सरकार को ठहराया जिम्मेदार
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद की सुरक्षा में चूक के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “संसद की सुरक्षा में चूक हुई है, लेकिन क्यों हुई? देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का मुद्दा है और जो पूरे देश में उबल रहा है। नरेंद्र मोदी की नीतियों के कारण हिंदुस्तान के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।” उन्होंने कहा, “सुरक्षा में चूक जरूर हुई है, लेकिन इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी और महंगाई है।”