मुंबई। भारत की मेजबानी में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप 2023 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। क्रिकेट का यह महाकुंभ अगले महीने 5 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। वनडे क्रिकेट हमेशा से एक ऐसा फॉर्मेट रहा है, जिसमें बल्लेबाजों का अधिक दबदबा रहता है। लेकिन वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट को जीतने में बल्लेबाजों से ज्यादा गेंदबाजों का योगदान रहता है। वनडे वर्ल्ड कप के 12 संस्करणों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा हैं, लेकिन टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-5 गेंदबाजों में से चार गेंदबाजों ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। इसलिए आज हम पांच ऐसे एक्टिव गेंदबाजों की बात करने वाले जिन्होंने वनडे वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए हैं।
मिचेल स्टार्क: ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर है। साल 2015 में अपना पहला वर्ल्ड कप खेलने वाले मिचेल स्टार्क ने टूर्नामेंट के महज दो संस्करणों में खेले 18 मैचों में 4.64 की इकॉनमी से 49 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान स्टार्क पिछले दोनों संस्करणों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंद रहे हैं।
ट्रेंट बोल्ट: न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ड इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आते हैं। साल 2015 में अपना पहला वर्ल्ड कप खेलने वाले ट्रेंट बोल्ट ने टूर्नामेंट के महज दो संस्करणों में खेले 19 मैचों में 4.61 की इकॉनमी से 39 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उन्होंने एक बार फाइव विकेट हॉल भी हासिल किया है।
टिम साउदी: इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर भी न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउदी हैं। साउदी ने अपना पहला वर्ल्ड कप साल 2011 में खेला था। जिसके बाद से तीन संस्करणों में खेले 18 मैचों में उन्होंने 5.26 की इकॉनमी से 34 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान साउदी ने एक बार फाइव विकेट हॉल लिया है। जहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सात विकेट चटकाए थे।
शाकिब अल हसन: बांग्लादेश के अनुभवी ऑलराउंडर और टीम के कप्तान शाकिब अल हसन इस लिस्ट में चौथे नंबर पर मौजूद हैं। साल 2007 में अपना पहला वर्ल्ड कप खेलने वाले शाकिब ने इस टूर्नामेंट के चार संस्करणों में खेले 29 मैचों में 5.11 की इकॉनमी से 34 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान उन्होंने एक बार फाइव विकेट हॉल हासिल किया है।
मोहम्मद शमी: इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का नाम आता है। साल 2015 में अपना पहला वर्ल्ड कप खेलने वाले शमी ने इस टूर्नामेंट के दो संस्करणों में खेले 11 मैचों में 5.06 की इकॉनमी से 31 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उन्होंने एक बार फाइव विकेट हॉल लिया है।