फर्रुखाबाद के देवांश यादव को वाराणसी में किडनैप कर हत्या करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कानपुर से अरेस्ट कर इन्हें वाराणसी लाया गया है। तीनों आरोपियों में से एक देवांश की बचपन की गर्लफ्रेंड और BHU की छात्रा अनुष्का तिवारी (21) है। बाकी दो आरोपियों में जौनपुर मड़ियाहूं का राहुल सेठ (21) और सादाब आलम (25) है।
इनके पास से मर्डर में इस्तेमाल पेंचकस, स्कूटी, देवांश का चप्पल, फटी टी-शर्ट का टुकड़ा और लोवर, देवांश का कड़ा, कलावा और होटल के रूम की चाबी बरामद हुई है। तीनों आरोपियों ने देवांश को पहले नींद की गोली खिलाई। उसके बाद चंदौली रोड पर ले जाकर गिट्टी पर पटक-पटक कर अधमरा कर दिया। इसके बाद राहुल सेठ ने पेंचकस से गले और सीने में कई वार कर दिए। इस वारदात के बाद देवांश का मोबाइल और पिस्टल बिहार की ओर जा रहे ट्रक में फेंक दिया।
9वीं तक एक साथ की पढ़ाई
देवांश और उसे मारने वाली उसकी प्रेमिका अनुष्का दोनों फर्रुखाबाद के ही रहने वाले हैं। दोनों ने क्लास 6 से 9वीं तक एक साथ कानपुर के सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज से पढ़ाई की है। अनुष्का ने बताया, ”देवांश मुझसे जबरदस्ती मिलना चाहता था। मुझे काफी परेशान करता था। इससे मैं काफी परेशान चल रही थी।”
अस्सी पर गाड़ी में बैठा कर किया बेहोश
उसने बताया, ”देवांश की हरकतों से परेशान होकर मैंने अपने दो दोस्तों शादाब और राहुल के साथ मिलकर देवांश की हत्या करने का प्लान बनाया। इसके बाद मैंने उसको वॉट्सऐप कॉल करके वाराणसी बुलाया। यहां आकर देवांश अस्सी के पैराडाइज होटल में ठहर गया था। मैंने अस्सी नाला पुलिया के पास इटिऑस कार में देवांश को बैठाया। गाड़ी शादाब चला रहा था। जबकि राहुल स्कूटी से कार के पीछे-पीछे चल रहा था।”
”इसके बाद मैंने देवांश को जूस में नींद की गोली का पाउडर मिलाकर पिला दिया। इससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद हम लोगों ने गाड़ी को चंदौली के रास्ते पर डाल दिया। मगर, इसी बीच देवांश को होश आने लगा। इस पर हम लोग डर गए और गाड़ी रोक ली। इसके बाद देवांश को उठाकर गिट्टियों पर पटक दिया। वहां पर रोड कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। फिर हम तीनों मिलकर देवांश को गिट्टी पर पटक कर मारने लगे। इतने में राहुल ने गाड़ी में से पेंचकस निकाला और देवांश के गले और सीने में कई वार कर दिए। साथ ही पिस्टल निकालकर अंधेरे में फायर भी कर दिया।”
पिता को थी हत्या की आशंका
देवांश पिछले महीने 25 मई को अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने वाराणसी आया था। उसकी गर्लफ्रेंड अनुष्का BHU में पढ़ाई करती थी। देवांश BHU से 1 किलोमीटर दूर अस्सी पर होटल में रुका था। गर्लफ्रेंड से मिलने वह 26 मई को बाहर गया और उसके बाद फिर नहीं लौटा। परिजनों ने 29 मई को वाराणसी के भेलूपुर थाने में गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था। पिता राम किशोर यादव ने तहरीर में आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि उसका अपहरण कर हत्या की जा सकती है।