– एफएसएल की टीम ने हिंसा वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा स्थानीय लोगों से लोगों से पूछताछ भी की
– टीम के निरीक्षण के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक, एसपी संभल सहित विभिन्न पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद
मुरादाबाद, । संभल में जामा मस्जिद और हरिहर नाथ मंदिर विवाद को लेकर बीते माह 24 नवंबर को हुई हिंसा की जांच एवं क्राइम सीन चेक करने के लिए सोमवार को आगरा से फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम पहुंची। टीम ने हिंसा वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया और वहां के लोगों से पूछताछ भी की। एफएसएल टीम के दौरे के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक मुनिराज जी एवं संभल पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई सहित विभिन्न पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
संभल शाही जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के दावे को लेकर न्यायालय के आदेश पर 24 नवंबर को दूसरी बार सर्वे के लिए कमिश्नर के नेतृत्व में एक टीम पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जमा मस्जिद पहुंची थी। शाही मस्जिद के अंदर टीम सर्वे कर रही थी। इसी दौरान बाहर हिंसा भड़क गई जिसके बाद पथराव, फायरिंग और आगजनी की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई थी और अनेकों पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस घटना के बाद संभल पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, संभल सदर से सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल सहित 40 लोगों को नामजद करते हुए 2700 से अधिक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था जिसमें कई आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि संभल हिंसा की घटना की जांच के लिए निदेशक, फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को पत्र लिखा गया था। इसके बाद आज एफएसएल की टीम संभल पहुंची। टीम ने हिंसा वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया। इसके अलावा उन्होंने हिंसा की विवेचना के अनुक्रम में किन परिस्थितियों के अंदर अवैध रूप से फायरिंग, आगजनी हुईं इसके कारणों को जांचा। हिंसा के दौरान लोगों की मृत्यु के क्या कारण रहे, इसकाे क्राइम सीन के जरिये परखा भी।