कानपुर। घाटमपुर में एक युवक ज्वाइंट लेटर हाथ में लेकर फांसी के फंदे पर झूल गया। युवक को फांसी के फंदे पर लटकता देख परिजन आनन फानन उतारकर घाटमपुर सीएचसी लेकर पहुंचे। जहां डाक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल करने के साथ युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
घाटमपुर थाना क्षेत्र के शेखपुर नौरंगा निवासी मुलायम सिंह ने बताया कि वह फतेहपुर में प्राईवेट अस्पताल चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते है। घर पर मां संगीता देवी अपने बेटे 28 वर्षीय दीपक उर्फ शिवम छोटी बहन साक्षी के साथ रहती है। उन्होंने बताया कि उनका बेटा दीपक उर्फ शिवम पढ़ने में होशियार था। रविवार को उनकी पत्नी घर से मंदिर पूजा करने के लिए गई थी। जब वह वापस लौटी, और कमरे के अंदर बेटे को प्रसाद देने पहुंची तो बेटा कुंडे के सहारे फांसी के फंदे पर लटक रहा था। यह देखकर उन्होंने शोर मचाया। शोर सुनकर पड़ोसी और परिजन पहुंचे। परिजन आनन फानन निजी वाहन से युवक को घाटमपुर सीएचसी लेकर पहुंचे जहां डाक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया। परिजनो की सूचना पर पहुंची घाटमपुर पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल करने के साथ युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस घटना की जांच पड़ताल कर रही है। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिता बोले – बेटा कहता था कि टैलेंट के मुताबिक नहीं मिली नौकरी
परिजनो की माने तो दीपक उर्फ शिवम शुरू से पढ़ने में होशियार था। उसने इंटर प्रवेश लेने से पहले नैवी व इण्टर के बाद पुलिस में सिपाही के लिए रिटेन परीक्षा दी थी, उनका बेटा दोनो परीक्षा में पास हो गया था। दोनों के ज्वाइनिंग लेटर भी मिले थे। जिन्हें ठुकराने के बाद उसे तीसरी नौकरी बिहार में अध्यापक के रूप में मिली। जहां ज्वाइनिंग के लिए उसे सोमवार को जाना था। युवक ने जाने से पहले ज्वाइनिंग लेटर के साथ फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस नौकरी को भी दीपक अपने टैलेंट के मुताबिक नहीं मानता था। वह अपने पिता से कहता था, कि उसे उसके टेलेंट के आधार पर नौकरी नहीं मिली।