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कातिल का कबूलनामा – दो बीवियों के खर्च के लिए मार दिया लेखपाल, एक पत्नी नोएडा और दूसरी बरेली में. …

खार गुस्साया लेखपाल संघ, होगी हड़ताल

एसडीएम फरीदपुर, सीओ और इंस्पेक्टर पर आरोपों की आंच, कलेक्ट्रेट पर रोए घरवाले

लेखपाल मनीष हत्याकांड हत्यारोपी गिरफ्तार

बरेली। लेखपाल मनीष कश्यप की हत्या के मामले में लेखपाल संघ का आक्रोश चरम पर है। घरवाले कलेक्ट्रेट पर दहाड़े मारकर रो रहे हैं, उनके कई सवाल हैं, यही सवाल लेखपालों के भी हैं। वह अधिकारियों के संवेदहीन रवैये को मुद्दा बना रहे हैं। फरीदपुर के एसडीएम, सीओ और इंस्पेक्टर पर आरोपों की आंच आ रही है। लेखपाल संघ ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
लेखपाल संघ के मंडल मंत्री भूषित सक्सेना ने बताया कि संगठन के सभी लोग मनीष कश्यप की हत्या को लेकर बेहद आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना हुई है जो बेहद दर्दनाक है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र पाल सिंह और मंत्री संदेश कुमार ने जिलाधिकारी को एक मांग पत्र दिया है। इसमें कहा गया है कि मनीष कश्यप का कथित नरकंकाल मिलने के बाद एक बैठक हुई। जिसमें फरीदपुर में तैनात साथी की गुमशुदगी की रिपोर्ट होने के बाद भी फरीदपुर के उप जिलाधिकारी, सीओ व थानाध्यक्ष ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जिसकी वजह से यह घटना घटी। जब तक दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं होगी लेखपाल संघ शासकीय कार्यो से विरत रहेगा। 24 घंटे में फारेंसिक की जांच रिपोर्ट मंगाने, मृतक के आश्रितो को पचास लाख का मुआवजा दिलाने, नौकरी देने की मांग की गई है।

लेखपाल संघ ने यह भी कहा है कि राजस्व संहिता 2006 में शासकीय भूमि पर अगर कोई अतिक्रमण होता है तब प्राविधान के मुताबिक कार्रवाई ही लेखपाल करेंगे। किसी अन्य भूमि के मामले में नहीं। अगर कोई बड़ा अफसर दवाब बनायेगा तब संघ कठोर फैसला करेगा। फरीदपुर के मामले में भी अफसरों पर दवाब बनाकर रिपोर्ट कराने का मामला सामने आया है। संघ ने कहा है कि 24 घंटे में प्रभावी निर्णय नहीं हुआ तो कार्य बहिष्कार होगा।

कलेक्ट्रेट पर रोये बिलखे परिजन – सोमवार को मनीष के परिजन कलेक्ट्रेट पहुंचे और हंगामा शुरु कर दिया। लेखपाल की मां अफसरों के सामने दहाड़े मारकर रोने लगी, उसका कहना है कि उसे इंसाफ चाहिए।

सिटी मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला ने समझाकर शांत किया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। शव का डीएनए टेस्ट कराने की मांग – लेखपाल मनीष कश्यप का कंकाल पुलिस को मिला। घरवाले पूरी शिनाख्त चाहते हैं। उन्होंने पुलिस से शव के डीएनए टेस्ट को कराये जाने की मांग की है।

कातिल का कबूलनामा – दो बीवियों के खर्च के लिए मार दिया लेखपाल:

पुलिस ने लेखपाल मनीष कश्यप के हत्याकांड का खुलासा कर दिया। एसएसपी अनुराग कश्यप ने आज मीडिया के सामने सभी पक्षों को रखा। पता चला है कि पुलिस ने आरोपी ओमवीर उर्फ अवधेश और नन्हे पुत्र सुखराम को गिरफ्तार किया है। जबकि इस मामले में सूरज और नेत्रपाल अभी फरार है।

लेखपाल का कंकाल रविवार को मिर्जापुर गांव में सुनसान इलाके में नाले से बरामद हुआ था। 27 नवंबर को लेखपाल की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी।

दो बीवियों का खर्चा पड़ा भारी – पुलिस पूछताछ में आरोपी ओमवीर ने लेखपाल मनीष कश्यप की हत्या करना कबूल किया है। उसने बताया कि उसके ऊपर काफी कर्ज था और दो पत्नियों है एक नोएडा दूसरी बरेली में रहती है। उनका खर्चा भी चलाना पड़ता है, जिस वजह से उसने लेखपाल मनीष कश्यप का अपहरण कर लिया था। और चार लाख रुपये की फिरौती मांगनी थी। लेकिन फिरौती मांगने से पहले पुलिस ने आरोपी ओमवीर को गिरफ्तार कर लिया। ओमवीर की निशानदेही पर पुलिस ने लेखपाल के कंकाल को बरामद कर लिया।

एक पत्नी नोएडा और दूसरी बरेली में:

दरअसल, ओमवीर के ऊपर पहले से तीन मुकदमे चल रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही वह जेल से जमानत पर बाहर आया है। उसकी जमानत में भी काफी रुपया खर्च हुआ था। जिस वजह से ओमवीर पर काफी कर्ज हो गया है। ओमवीर ने एक कार भी फाइनेंस कराई थी जिसकी ईएमआई भी उसको देनी पड़ती थी। वही दो बीवियां होने की वजह से खर्च और अधिक बढ़ गया था। एक पत्नी उसकी नोएडा में रहती है तो दूसरी बरेली में।

परिचित था लेखपाल – पुलिस पूछताछ में ओमवीर ने बताया कि आर्थिक तंगी बहुत ज्यादा चल रही थी। जिस वजह से उसने लेखपाल का अपहरण किया। पुलिस पूछताछ में ओमवीर ने बताया कि लेखपाल मनीष कश्यप मेरी जात का होने के कारण मेरा पूर्व से ही परिचित था। लेखपाल की तैनाती तहसील फरीदपुर में होने के कारण मैं उनका छोटा-मोटा काम कर देता था। जिसके बदले में मुझे कुछ कमीशन मिल जाता था। उसने योजना में शामिल लोगों के नाम भी खोले।

शराब पिलाने के बहाने बुलाया – आरोपी ने बताया कि उसने 27 नवंबर को मैने लेखपाल मनीष कश्यप को फोन पर शराब पिलाने के बहाने मिलने को बुलाया। सूरज ने अपने मफलर से लेखपाल मनीष कश्यप का गला कसकर उसकी हत्या कर दी। नशा ज्यादा होने के कारण लेखपाल मनीष कश्यप विरोध नहीं कर सका। आरोपी ने बताया कि उसका फिरौती मांगने का प्लान बना रहे थे। उससे पहले ही हमको पुलिस ने पकड़ लिया।

 

इंस्पेक्टर फरीदपुर की जांच होगी, भागे मुजरिमों पर दबिश जारी – एसएसपी

बरेली। लेखपाल मनीष कश्यप हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपियों की बातचीत के दो ऑडियो भी पुलिस को मिले हैं। जिससे यह साफ हो गया कि लेखपाल हत्याकांड को इन चार लोगों ने मिलकर अंजाम दिया है। इंस्पेक्टर फरीदपुर की जांच भी की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि ऑडियो में यह लोग आपस में बातचीत कर रहे हैं कि अभी फिरौती मांगने का समय नहीं है। अभी ग्राम प्रधानों पर आरोप लगा है। जिस वजह से शांत रहो। अगर फोन किया तो फस जाओगे। जिस वजह से इन लोगों ने फोन नहीं किया और शांत रहे। फोन पर ओमवीर का मामा कह रहा है कि लेखपाल का जो सामान हो वह भी ठिकाने लगा दो। वरना कहीं पुलिस तुम्हें पकड़ ना ले। एसएसपी अनुराग आर्या ने बताया कि इन दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ की गई है। इनके दो साथियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि थाना फरीदपुर इंस्पेक्टर की भूमिका पर परिजनों ने सवाल उठाए थे। इसको लेकर मैंने पहले ही जांच बैठा दी है। परिजनों के कहने पर मैंने फरीदपुर की जगह फतेहगंज पश्चिमी थाने से इस मामले की विवेचना ट्रांसफर कर दी थी।

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