– केंद्रीय राज्यमंत्री की नाराजगी और अल्टीमेटम के बाद दर्ज हुआ था मुकदमा
मीरजापुर, 21 नवंबर (हि.स.)। अपना दल (एस) के कार्यकर्ता अजय पटेल और उनकी पत्नी के साथ मारपीट के मामले में पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के नाराजगी जताने और दो घंटे का अल्टीमेटम देने के बाद सात लोगों पर मुकदमा तो दर्ज हुआ लेकिन आरोपित अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
मंगलवार को पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेने की बात कही थी लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इस दौरान, आरोपित परिवार के घर तिलक समारोह होने की बात सामने आई है।
कुरौली पांडेय गांव में सोमवार रात विवाद के बाद अजय पटेल और उनकी पत्नी के साथ मारपीट हुई थी। आरोप है कि घर में शराब पीकर हंगामा करने और उनकी बेटी को उठा ले जाने की कोशिश का विरोध करने पर यह हमला हुआ। घायल दंपति को मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी पहुंचीं और कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताईं।
क्षत्रिय महासभा ने उठाई जांच की मांग
इस घटना में क्षत्रिय महासभा ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। महासभा के जिलाध्यक्ष विनय सिंह ने कहा कि विवाद सड़क पर भैंस बांधने को लेकर था और इसे राजनीतिक रंग देकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। महासभा ने दोनों पक्षों की सुनवाई की मांग करते हुए चेतावनी दी कि अगर क्षत्रिय समाज के साथ अन्याय हुआ तो वे सड़क पर उतरेंगे।
इस मामले पर एएसपी सिटी नितेश सिंह के अनुसार, मामले की जांच के लिए टीमें लगी हुई हैं लेकिन अभी किसी आरोपित को जेल नहीं भेजा जा सका है। दूसरी ओर, क्षत्रिय महासभा ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए राजनीतिक हस्तक्षेप का विरोध किया है।