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रिश्ते में आगे बढ़ने से रोकती हैं ये गलतियां, बीच में ही इस बात का रहता है डर

प्यार जिंदगी का वो अहम हिस्सा है, जिसके बिना जीना बेईमानी सा लगता है। जब आप यह बात जानते हैं कि कोई शख्स आपको बेइंतहा प्यार करता है, तो जिंदगी बहुत ही खूबसूरत नजर आने लगती है। लेकिन जरूरी नहीं है कि ये सब किसी बॉलीवुड फिल्म की कहानी जैसा या फिर परियों और राजकुमारियों की किताबी लव स्टोरी जैसा हो। असल जिंदगी काफी अलग होती है, हालांकि कई बार हम इस बात को दिल से स्वीकार नहीं कर पाते और प्यार पास होने के बावजूद उसे पहचान नहीं पाते। ये बात सच है कि प्यार तब ही सफल होता है जब ये दो तरफा हो, लेकिन कहीं ऐसा तो नहीं है कि आप अपने पार्टनर के प्यार को ठीक से महसूस ही नहीं कर पा रहे हैं। अगर आप भी रिश्तों के धागों में खुद को उलझा हुआ पाते हैं तो शांति से कुछ देर खुद के साथ बिताएं और जानने की कोशिश करें कि आखिर गलतियां कहां हो रही हैं। सबसे पहले इन 8 बातों पर गौर करें।

1. प्यार के इशारों को नजरअंदाज करना

हर बात बोली नहीं जाती, कुछ बातें इशारों से भी समझी जाती है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि आप इन इशारों को समझ नहीं पा रहे या इन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं। आपकी पसंद का ध्यान रखना, आपके कामों में हाथ बंटाना, आपको खुश करने की कोशिश करना आदि भी प्यार का ही इशारा है। इन्हें महत्व दें।

 

 

2. नियत पर शक करना

दो लोगों के रिश्ते में ईमानदारी सबसे जरूरी है। यहां शक की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। अगर आप अपने पार्टनर की कोशिशों में स्वार्थ देखते हैं या आपको यह महससू होता है कि ये आपके लिए कुछ अच्छा क्यों कर रहा है तो ऐसे संदेह रिश्ते को बिगाड़ सकते हैं। हो सकता है ये सारी कोशिशें वो आपका प्यार पाने के लिए कर रहे हों।

3. तारीफ सुनकर न हो असहज

रिश्ते में एक दूसरे की कोशिशों की तारीफ करना जरूरी है। अगर आपका पार्टनर भी आपके प्रयासों की तारीफ करता है तो आप बिल्कुल अजीब या असहज महसूस न करें। इन्हें टालने की कोशिश सामने वालों को अपमान या तिरस्कार लग सकता है।

4. भावनाओं की कद्र न करना

संवाद किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाता है। लेकिन अगर आप अपने पार्टनर से खुलकर बात करने से बचते हैं तो यह रिश्ते में दूरी का कारण हो सकता है। आपको इस मामले में संवेदनशील होने की जरूरत है। अपने पार्टनर की भावनाओं की कद्र करना जरूरी है।

5. आत्मनिर्भर होने का मतलब गलत न समझें

माना कि आजकल सभी अपने आपको आत्मनिर्भर मानते हैं, लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि जरूरत के समय भी आप अपने साथी की मदद लेने में झिझक महसूस करें। पार्टनरशिप का मतलब ही है एक दूसरे का हर स्थिति में साथ देना।

 

 

7. खुद को प्यार के काबिल न समझना

कई बार लोग रिश्ते से इसलिए भी दूर होते हैं, क्योंकि वो समझते हैं कि वे अपने पार्टनर के प्यार के लायक नहीं है। अगर आप भी ऐसा महसूस करते हैं तो इस सोच में बदलाव लाएं।

 

8. रिश्ते खराब होने का डर

अगर आप अपने पार्टनर से सभी बातें खुलकर नहीं बोल पा रहे हैं तो उसे दूर धकेलना कोई विकल्प नहीं है। बेहतर होगा कि आप खुद को और रिश्ते को समय दें। जब आप सहज हों, तब आगे बढ़ें।

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