मौके पर पहुंची सुजौली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
मिहींपुरवा/बहराइच। विकासखंड मिहींपुरवा अंतर्गत सुजौली थाना अंतर्गत चहलवा लक्खा बाग निवासी लाली उर्फ़ लल्ली (12) पुत्री वीरेंद्र और सीमा (16) पुत्री हरिशचंद्र 25 सितंबर की शाम को जिउतिया पूजा के मौके पर अपनी मां के साथ पड़ोसी गांव मौरहवा के पास बहने वाली घाघरा नदी में जिउतिया पूजा के अवसर पर नहाने गई थी। नदी में नहाते समय पैर फिसलने से ललिया और सीमा नदी के तेज बहाव में बह गई थी। जिससे मौके पर कोहराम मच गया था। घटना के बाद से स्थानीय गोताखोरों और पीएसी , एसडीआरएफ , एसएसबी की मदद से दोनों बालिकाओं की तलाश की जा रही थी लेकिन उनका पता नहीं चल रहा था। दोनों परिवारों के लोग परेशान थे। रविवार सुबह डूबी बालिका लाली का शव घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर नदी में कई लोगों ने बहते देखा , तत्काल मामले की सूचना सुजौली थाने की पुलिस को दी गई। मौके पर मौजूद कुंदन सहित कई लोगों ने बालिका के शव को नदी से बाहर निकाला। सुजौली थानाध्यक्ष हरीश सिंह ने बताया कि मौके पर पहुंचकर लाली के शव को बरामद कर लिया गया है। लेकिन अभी तक घाघरा नदी में डूबी सीमा का पता नहीं चल सका है।
थानाध्यक्ष हरिश सिंह ने बताया कि बालिका के शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है, जबकि सीमा की तलाश में गोताखोर लगे हुए है। उधर लाली का शव मिलने के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां-बाप पछाड़े खा-खा कर गिर रहे हैं। वही लापता सीमा के परिवार के लोगों का भी बुरा हाल है। पिछले 5 दिनों से लगातार रेस्क्यू टीमों के द्वारा बालिकाओं के तलाश में काफी मेहनत की जा रही थी इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी हीरालाल कनौजिया व थाना प्रभारी हरिश सिंह के साथ कई रेस्क्यू टीम भी लगातार कड़ी मेहनत कर रही थी l इस दौरान उप निरीक्षक शैलेंद्र सोनकर, उप निरीक्षक शंकर सिंह , उपनिरीक्षक रमाशंकर कांस्टेबल अमरजीत, महिला कांस्टेबल नीलम के साथ काफी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे।