—जल पुलिस प्रभारी और नाविक समाज की बैठक, सुबह पांच बजे से शाम 06 बजे तक नौका चला सकेंगे नाविक
वाराणसी (हि.स.)। गंगा के जलस्तर में कमी को देखते हुए शुक्रवार को नाविक समाज को नौका चलाने की अनुमति मिल गई। दशाश्वमेध एसीपी के निर्देश पर जल पुलिस प्रभारी मिथिलेश यादव ने नाविक समाज के साथ बैठक किया। बैठक में बताया गया कि 50 यात्रियों या उससे अधिक क्षमता वाली नावों का संचालन शाम से शुरू हो जाएगा। वहीं, शनिवार सुबह से सैलानी नौकायन कर सकेंगे। गंगा में नौका संचालन सुबह पांच बजे से शाम 06 बजे तक होगा। नाविकों को बताया गया कि सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट अवश्य पहनाएंगे। बिना लाइफ जैकेट का कोई भी नाव संचालक अपनी मोटर का संचालन नहीं कर पाएगा। यात्रियों के सुरक्षा का विशेष ध्यान दें। चप्पू नाव अग्रिम आदेश तक के लिए प्रतिबंधित रहेगी।
पिछले कई दिनों से गंगा के जलस्तर में बढ़ाव देख कर प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से नौका संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे नाविक समाज के सामने आर्थिक संकट और परिवार के भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई थी। नाविक समाज ने गंगा के जलस्तर में लगातार घटाव को देख मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर अपनी समस्या को बताते हुए उनसे नौका संचालन के लिए गुहार लगाई थी। बैठक में प्रमोद माझी, बबलू साहनी, सरजू माझी, अजीत साहनी, बाबू राम, शंभू निषाद आदि मौजूद रहे।
उधर, केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 65.88 मीटर रिकार्ड किया गया। सोमवार से ही गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज हो रही है। गंगा में चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का निशान 71.262 मीटर है। गंगा के जलस्तर में गिरावट के बावजूद प्रमुख घाटों पर जल पुलिस सजग है।