सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित पुलिस की टीमें तैनात
मुंबई, (ईएमएस)। महाराष्ट्र में इस वक्त चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। सड़कें जलमग्न हैं, नदियां उफान पर हैं, कई बांध के गेट खोल दिए गए हैं, क्या गांव, क्या शहर सभी जगह सिर्फ पानी ही पानी की ख़बरें मिल रही है। इससे लोगों के घरों तक में पानी घुस गया है। लोग अपने घरों को छोड़ सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। मुंबई, ठाणे, पुणे, कोल्हापुर, रायगढ़, सतारा, पालघर, गढ़चिरौली, सांगली, लातूर इत्यादि महाराष्ट्र के ऐसे जिले हैं, जहां स्थिति भयावह हो गई है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित पुलिस की टीमें हर जगह तैनात हैं, जो बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं। गौरतलब बात ये है कि महाराष्ट्र में पिछले पांच दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। हालात ये हो गए हैं, राज्य की प्रमुख नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। सभी बड़े बांधों के गेट खोल दिए गए हैं, जिससे पानी शहरों के साथ-साथ गांव में भी प्रवेश कर रहा है। शहरों में कॉ़लोनियां डूबी हुई हैं। बेसमेंट तक में पानी घुस गया है। बेसमेंट में खड़ी गाड़ियां पानी में तैरती दिख रही हैं। वहीं गाँवों की बात करें तो सिर्फ घर ही घर दिखाई पड़ रहे हैं। फसलें डूबी हुई हैं। लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।
– मुंबई के निचले इलाकों में भरने लगा पानी
भारी बारिश की वजह से मुंबई में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुंबई में रुक-रुक कर कई इलाकों में बारिश हो रही है, जिस वजह से निचले इलाकों में पानी भर गया है। मुंबई के पोस्टल कॉलोनी में एक से डेढ़ फीट पानी भरा है। वहीं सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है। लोग घंटों से सड़क जाम में फंसे हुए हैं। मुख्य तौर पर वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे और एसवी रोड बोरीवली से बांद्रा के बीच और अंधेरी दहिसर लिंक रोड, मुलुंड सायन एलबीएस रोड पर भारी जाम है। वहीं लोकल ट्रेन भी 20 से 25 मिनट की देरी से चल रही थी।
– मुंबई में मोडक झील हुई ओवरफ्लो
मुंबई को पानी सप्लाई करने वाली मोडक झील गुरुवार सुबह पौने 11 बजे ओवरफ्लो हो गई। वहीं मुंबई में कई अन्य झीलों से पानी की सप्लाई होती है। ये झीलें भी ओवरफ्लो हो गई हैं। ऐसे में मुंबई महानगरपालिका मुंबई में जारी पानी कटौती को वापस लेने का निर्णय लिया है। 29 जुलाई से मुंबईकरों को पूरा पानी मिलेगा। बीते दिनों झीलें में घटते पानी के स्तर को देखते हुए मनपा द्वारा मुंबई शहर और उपनगरों में 10 फीसदी पानी में कटौती की गई थी।