नई दिल्ली (हि.स.)। देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का संकट है। दो दिन के अवकाश के बाद आज से शुरू हो रहे लोकसभा सत्र में फिर टकराव के आसार हैं। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट और अग्निपथ जैसे मुद्दों पर विपक्ष के तेवर आक्रामक बने हुए हैं।
विपक्ष ने आज केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग पर संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। सरकार ने साफ कर दिया है कि वह विपक्ष की नीट में अनियमितता मामले में पहले चर्चा कराने की मांग स्वीकार नहीं करेगी। उल्लेखनीय है कि प्रथम सत्र में शपथ ग्रहण के साथ ही सरकार और विपक्ष के बीच तकरार शुरू हुई। शपथ ग्रहण पूरा होते ही सरकार और विपक्ष के बीच संविधान बचाओ बनाम आपातकाल की जंग शुरू हुई। लोकसभा में आसन की ओर से आपातकाल के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव और राष्ट्रपति के अभिभाषण में आपातकाल कीआलोचना से दोनों पक्ष आमने सामने आए। शुक्रवार को राज्यसभा में तकरार इतनी ज्यादा बढ़ गई कि विपक्ष ने दिन भर कार्यवाही का बहिष्कार किया।
वर्तमान सत्र में अब महज तीन कार्यदिवस शेष हैं। विपक्ष प्रस्ताव पर चर्चा से पहले नीट धांधली में चर्चा पर अड़ा हुआ है। सरकार का कहना है कि धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा से पहले किसी तरह की चर्चा की परंपरा नहीं है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मंगलवार को लोकसभा और बुधवार को राज्यसभा में चर्चा का जवाब देना है।