कानपुर, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में अबकी बार मानसून देरी कर रहा है और मानसून की पूर्वी सीमा तो अभी तक उत्तर प्रदेश नहीं पहुंच सकी है। हालांकि दक्षिण पश्चिम मानसून की सीमा बुन्देलखण्ड के रास्ते प्रदेश में प्रवेश कर गई है और बारिश हो रही है जिससे तापमान में गिरावट आ गई है। गुरुवार को तो कानपुर में तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे पहुंच गया, लेकिन उमस भरी गर्मी बरकरार है। मौसम विभाग का कहना है कि एक दो दिन में मानसून की पूर्वी सीमा भी उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर जाएगी, जिसके बाद झमाझम बारिश पूरे उत्तर प्रदेश में शुरु हो जाएगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि मानसून की उत्तरी सीमा वेरावल, राजपीपला, उज्जैन, विदिशा, सिद्धि, चाईबासा, हल्दिया, पाकुड़, साहिबगंज, और रक्सौल से होकर गुजर रही है। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अब अनुकूल हैं। उत्तर पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा और गुजरात के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश सम्भव है। तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के कुछ हिस्सों और उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 35.2 और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 80 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 66 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 7.2 किमी प्रति घंटा रही और बीते चौबीस घंटों में 33.2 मिमी बारिश हुई।