छिंदवाडा (हि.स.)। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में तामिया तहसील के ग्राम बोदल कछार में जघन्य हत्याकांड के बाद सन्नाटा पसर गया। जिस घर में आठ दिन पहले शहनाइयां गूंजी थीं और नई नवेली दुल्हन के आने की खुशी में पूरा घर खुशियों से झूम उठा था। वहां, बुधवार को एक साथ नौ अर्थिया उठी, जिसे देखकर हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं।
दरअसल, तामिया तहसील के बोदल कछार गांव में मंगलवार-बुधवार की रात 2.30 बजे आदिवासी युवक दिनेश उर्फ भूरा ने परिवार के आठ लोगों की हत्या कर फांसी लगा ली। उसने सबसे पहले अपनी पत्नी को कुल्हाड़ी से काटा। फिर मां-बहन, भाई-भाभी और दो भतीजी-भतीजे को मार डाला। ताऊ के घर जाकर उनके 10 साल के पोते पर भी हमला किया। बच्चे का जबड़ा कट गया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे तो आरोपित भाग निकला। इसके बाद उसने घर से दूर जाकर खुदकुशी कर ली।
आरोपित दिनेश उर्फ भेरू सरेआम का विवाह महज आठ दिन पहले 21 मई को ही हुआ था। उसके बाद सभी रिश्तेदार चले गए। विवाह हाल ही में होने के कारण आरोपी और उसकी पत्नी मकान में अंदर सो रहे थे। अचानक आरोपी ने इस वारदात को अंजाम दिया। उसने अपनी पत्नी वर्षा बाई (23), मां सियाबाई सुइयाम (55), बहन पार्वती सुइयाम (16), भाई श्रवण सुइयाम (35), भाभी बारातो बाई (30), भतीजा कृष्ण सुइयाम (5), भतीजी सेवंती सुइयाम (4), भतीजी दीपा सुइयाम (डेढ़ साल) को मौत के घाट उतारने के बाद खुद भी मौत को गले लगा लिया। वहीं, युवक के हमले में घायल इशू (10) पुत्र आफलिया सुइयाम को इलाज के लिए नागपुर रेफर किया गया है।
बुधवार को दोपहर में मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद जैसे ही शव वाहन में एक साथ नौ लोगों के शव गांव में पहुंचे, पूरे गांव में सन्नाटा पर पसर गया। शाम को गांव के मोक्ष धाम में सभी नौ शवों को दफनाया गया। यहां प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के अलावा कांग्रेस विधायक भाजपा नेता सहित तमाम जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। अंतिम संस्कार की रस्म मृतक की बहन और बहनोई ने निभाई। इस दौरान हर आंख नम थी, मासूम बच्चों के शवों को एक साथ दफनाया गया, जबकि आरोपी के शव को अलग दफन किया गया।
घटना की होगी विस्तृत जांच, प्रभावित पीड़ित परिवार को मिलेगी पूर्ण सहायताः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने छिन्दवाड़ा में एक युवक द्वारा परिवार के आठ लोगों की हत्या कर स्वयं आत्महत्या करने की हृदय विदारक घटना पर गहन शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मैं दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ हूँ। राज्य सरकार द्वारा पीड़ित परिवार की पूर्ण सहायता की जाएगी। उन्होंने मृतक परिवार को दस लाख रुपये और घायल बालक के इलाज के लिए पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने घटना की जांच के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उईके बुधवार को छिन्दवाड़ा पहुंचीं और उन्होंने घटनास्थल ग्राम बोदल कछार पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने प्रभावित परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार, आईजी अनिल कुशवाहा, डीआईजी सचिन अतुलकर, जबलपुर संभाग के आयुक्त अभय कुमार वर्मा, कलेक्टर शीलेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि इस हादसे में परिवार की दो बहनें बच गईं हैं, जो विवाहित थीं और अपने ससुराल में थीं। मृतकों की अंत्येष्टि के लिए 10-10 हजार की राशि और तत्कालीन सहायता के तौर पर 50-50 हजार रुपये और घायल के तत्काल इलाज के लिए 50 हजार की सहायता राशि के चेक पीएचई मंत्री संपत्तिया उईके ने पीड़ित परिवार की बहनों को सौंपे। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।