बांदा, (हि.स.)। जिले में आसमान से बरस रही आग से तापमान उछलकर 49 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जिससे लोग गर्मी से बिलबिला उठे। सड़कें सूनी हो गई, बाजार में सन्नाटा छा गया। गर्मी के कारण लोग सुबह से ही घरों में दुबके रहे। पंखे-कूलर गर्म हवा फेंक रहे हैं। प्रचंड गर्मी का पशु-पक्षी और जीव-जंतुओं पर भी खासा असर पड़ा है। केन नदी का पानी गर्म हो जाने से हजारों की संख्या में छोटी-छोटी मछलियां मर गई हैं। कुल मिलाकर भीषण गर्मी से जनजीवन अस्त्र-व्यस्त हो गया है।
जिले में मई माह की शुरूआत से ही तापमान बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया था। पहले तो तापमान 45 और 46 डिग्री के आसपास टिका रहा। लेकिन नौतपा शुरू होते ही तापमान में और इजाफा होने लगा। मंगलवार को सुबह से ही गर्म लू के थपेड़े चलने लगे। शरीर को झुलसा देने वाली चिलचिलाती धूप से लोग बिलबिला उठे। सुबह 9 बजे से ही लू चलने से लोग 11 बजे अपने अपने घरों में दुबक गए थे। जिससे सड़कें के सूनी हो गई। सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन और लोग ही नजर आ रहे थे। इधर, पारा बढ़ता रहा और दो से तीन बजे के बीच पार उछलकर 49 डिग्री पर पहुंच गया।
इससे पहले 16 मई 2022 को भी प्रचंड गर्मी के कारण पार बढ़कर 49 डिग्री पहुंच गया था। उस समय बांदा उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक गर्म जिला था और भारत में तीसरा स्थान था, जहां 49 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया था।
इधर, गर्मी के कारण केन नदी का पानी गर्म हो जाने से छोटी-छोटी हजारों की तादाद में मछलियां मर गई हैं जो पानी में उतर रही हैं। वहीं सोमवार को गर्मी के कारण जहरीले हुए घास के खाने से नरैनी तहसील के मोतिहारी गांव में एक दर्जन गोवंशों की मौत हो गई है। गर्मी के चलते ही जिला अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ है। डायरिया, हीट स्ट्रोक और बुखार से पीड़ित मरीजों की तादाद बढ़ने से अस्पताल में मरीज भर्ती करने के लिए जगह नहीं है। जिन्हें बेंच या जमीन में लिटाकर इलाज किया जा रहा है।
इस संबंध में कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर दिनेश शाह ने बताया कि मंगलवार को बांदा में सर्वाधिक 49 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान 35 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। उन्होंने बताया कि आज तापमान और बढ़ सकता था लेकिन 2 बजे के बाद अचानक बादल छा जाने से और हवा की गति बढ़ जाने से तापमान आगे नहीं बढ़ पाया। उन्होंने कहा कि नौतपा के चलते अभी लोगों को जल्दी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।