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संपत्ति हत्याकाण्ड का पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा : मृतका के पिता ने ही की थी पुत्री की निर्मम हत्या

फ़तेहपुर । जहानाबाद पुलिस ने बीती 18 मई को थाना क्षेत्र के कृपालपुर गांव के बाहर से बरामद किए गये गांव निवासिनी मृतका सम्पति हत्यायुक्त रक्त रंजित शव के मामले का सनसनीखेज खुलासा करते हुए हत्याभियुक्त मुकद्दमा वादी मृतका के पिता राजबहादुर को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त ने प्रेमी से बात करने से नाराज़ होकर पुत्री की पीट पीटकर मृतका के दुपट्टे से गला घोंट निर्मम हत्या कर शव को घटनास्थल जंगल मे ही छोड़कर मौके से फरार हो गया था। जिसने हत्या के राज को छिपाने के लिए पुलिस के पास जाकर पुत्री की गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। यही नहीं बल्कि मृतका पुत्री के शव बरामदगी के बाद सुनियोजित ढंग से पुत्री के पति रवि व उसके एक अन्य स्वजन जग्गी के खिलाफ पुत्री की हत्या का आरोप लगा मुकद्दमा दर्जकर दोनों को हत्या के फर्जी मामले में फंसाने की साजिश भी रची थी। एसपी उदय शंकर सिंह ने स्वयं फोरेंसिक टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य संकलन करवा घटना के शीघ्र अनावरण के दिशा निर्देश थाना प्रभारी अनिरुद्ध द्विवेदी को दिये थे।

जिन्होंने घटना के खुलासे के लिए चार अलग अलग टीमो का गठन भी किया था। एसपी श्री सिंह के दिशा निर्देशानुपालन में टीम मामले की जांच पड़ताल में जुटी थी। इसी दौरान थाना प्रभारी निरीक्षक अनिरुद्ध द्विवेदी को जरिये ग्रामीण मृतका के खेत आते जाते समय उसके पड़ोसी खेत मालिक राजेश उर्फ माधव निवासी सहिमलपुर के साथ अंतरंग सम्बन्ध होने व अक्सर बातचीत करने व वादी पिता द्वारा विरोध स्वरूप मृतका पुत्री सम्पति को बहुत समझाने बुझाने के बावजूद भी आदतों से बाज न आने की बात पता चली। जिस पर पुलिस टीम ने जब शक की बिना पर मुकद्दमे के वादी मृतका के पिता राजबहादुर को अपनी हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ शुरू की तो वह पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा। पुलिस ने जब थोड़ी सख्ती दिखाई तो वह टूट गया। जिसने पुलिस से पुत्री सम्पति की हत्या का जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसकी पुत्री सम्पत की शादी वर्ष 2015 में रवि निषाद के साथ हुई थी। शादी के दो वर्ष बाद ही मृतका व उसके ससुरालीजनों के बीच अनबन शुरू हो गई थी। काफी समझाने बुझाने के बावजूद भी पति उसको रखने के लिए तैयार नहीं हुआ। जिस पर पुत्री ने पति समेत ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकद्दमा दर्ज करवा मायके में ही आकर रहने लगी थी। इसी दौरान खेत आते जाते उसके अंतरंग सम्बन्ध पड़ोसी खेत मालिक राजेश उर्फ माधव निवासी सहिमलपुर से हो गए थे। दोनों चोरी छिपे मिलने लगे थे। जिनको पूर्व में भी कई बार हत्याभियुक्त पिता राजबहादुर ने आपत्तिजनक स्थित में देखा था।

जिसने पुत्री को काफी समझा बुझा उसकी शादी कहीं दूसरी जगह तय कर दी थी। लेकिन मृतका सम्पति ने शादी से इंकार कर दिया था। उसका मिलना जुलना कम नहीं हुआ। घटना वाले दिन भी मृतका पुत्री घर से खेतों में काम के बहाने निकली थी। जहां राजेश पहले से मौजूद था। पीछे से लाठी लेकर राजबहादुर भी खेत पर पहुंच गया। जहां उसने दोनों को प्रेमालाप करते देख लिया। प्रेमी राजेश राजबहादुर को देखकर मौके से भाग गया जबकि सम्पत अकेली रह गई। गुस्से में आकर पिता राजबहादुर ने उसको लाठी डंडो से बुरी तरह पीट पीट कर लहुलुहान कर दिया। जब मृतका बेटी बेसुध होकर गिर पड़ी तो उसने उसके दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दिया। और शव को घटना स्थल पर ही छोड़कर घर लौट गया। जिसने घटना के राज को छिपाने के लिए सुनियोजित ढंग से पहले बेटी मृतका की गुमशुदगी दर्ज करवाई और जब पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर मृतका के शव को उसके कृपालपुर गांव के बाहर स्थित खेतों से बरामद कर लिया। तो उसने साजिशन दामाद रवि व उसके एक अन्य स्वजन निवासी कानपुर सजेती थाना क्षेत्र के निमधा गांव के खिलाफ हत्या का आरोप लगा पुलिस को लिखित तहरीर देकर मुकद्दमा दर्ज कराया था। पुलिस ने हत्याभियुक्त पिता राजबहादुर के खिलाफ हत्या का मुकद्दमा दर्जकर जेल भेज दिया।

जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने आलाकत्ल मृतका का दुपट्टा व लाठी डंडा भी बरामद कर लिया। पुलिस ने हत्यारोपित रवि व जग्गी को निर्दोष करार देते हुए क्लीन चिट दे दिया और दो निर्दोषों को बचा लिया। घटना के खुलासे व अभियुक्त की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी अनिरुद्ध द्विवेदी व उनके हमराहियों ने महती भूमिका अदा की। घटना के खुलासे के सम्बंध में एसपी उदय शंकर सिंह ने पत्रकारों के साथ जानकारी साझा की।

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