भाटपार रानी,देवरिया। भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के गोपलही डेमुसा गांव निवासी दिव्यांग राहुल अपने पैर से भविष्य की इबारत लिख रहे हैं।इस मेधावी छात्र की कर्तव्यों के प्रति जुनून व लगन की प्रशंसा पूरे क्षेत्र के लोग कर रहे हैं।वहीं विषम परिस्थितियों से जूझते हुए राहुल प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहता है।
बता दें कि भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के गोपलही डेमुसा गांव निवासी शम्भू चौरसिया अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए क्षेत्र के घांटी चौराहा पर मोबाइल की दुकान कर रखे हैं।उनके दो बेटे हैं।बड़ा बेटा का नाम राहुल व छोटे बेटा का नाम सुशील है।बड़ा बेटा राहुल के दोनों हाथों की अंगुलियां जन्म से ही काम नहीं करती हैं।उसकी माँ सुमन चौरसिया उसे अपने हाथों से भोजन- पानी ग्रहण कराती है।हाथों की अंगुलियां काम नहीं करने के कारण राहुल पैर की अंगुलियों से कलम पकड़कर लिखता है।वह पढ़ने में बड़ा ही होनहार है।
उसने वर्ष 2022 में हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक हासिल किया था।इस वर्ष राहुल ने शहीद मधुवन इण्टर कॉलेज खोरीबारी से बारहवीं की परीक्षा 76 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण किया है।वहीं उसका छोटा भाई सुशील ने भी उसी स्कूल से इस साल इण्टर की परीक्षा 60 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण किया है।राहुल कहता है कि मैंने जीवन में कभी भी हार न मानने की ठानी है।राहुल ने बताया कि घर में मेरे माता पिता व विद्यालय में मेरे शिक्षक गण मुझे काफी दुलार देते हैं।इससे मेरा हौसला बढ़ता है।वहीं क्षेत्र के घांटी निवासी भ्र्ष्टाचार निरोधक संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ टी०बी० सिंह व पत्रकार यादव लाल कुशवाहा आदि का कहना है कि राहुल की कठिन साधना से अन्य छात्रों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।