लखनऊ (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण का चुनाव सम्पन्न हो चुका है और द्वितीय चरण के मतदान का समय करीब है, ऐसे में जहां सभी दल संगठन और कार्यकर्ताओं को मजबूत करने में जुट हैं तो वहीं बहुजन समाज पार्टी अपने नेताओं पर कार्यवाही कर चुनाव तैयारियों जुटा हुआ है। बसपा ने अनुशासनहीनता के चलते बरेली के जोनल कोऑर्डिनेटर, आंवला जिलाध्यक्ष पार्टी से निष्कासित करने की कार्यवाही की है। बसपा प्रमुख की इस कार्यवाही को लेकर पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों में खलबली है।
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती अपनी सख्ती के लिए जानी जाती है। लोकसभा चुनाव 2024 में बेहतर वापसी की राह देख रही पार्टी की परवाह न करते हुए उनकी चिर-परिचित कार्यशैली चुनाव प्रचार के दौरान में भी दिख रही है। उन्होंने इस लोकसभा चुनाव में दूसरी बड़ी कार्यवाही बरेली कोऑर्डिनेटर और आंवला जिलाध्यक्ष पार्टी से निष्कासित कर की है।
दरअसल बरेली लोकसभा सीट से बसपा उम्मीदवार छोटेलाल गंगवार के कागजात में पायी गई कमी के कारण जिला निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन निरस्त कर दिया। जबकि आंवला से दो बसपा प्रत्याशी होने की वजह से आबिद अली का पर्चा निरस्त कर दिया गया। दूसरे प्रत्याशी सत्यवीर सिंह के नामांकन की जांच चल रही है। बसपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी मानने से इनकार कर दिया है। इसलिए उनका भी नामांकन रद्द होना लगभग तय है। पार्टी ने इन दोनों सीटों पर हुई खामी को संगठन पदाधिकारियों की अनुशासनहिनता माना है। इसको देखते हुए हाईकमान ने बरेली के जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्मस्वरूप सागर पार्टी और बरेली जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह को भी पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। चुनाव के बीच में इस तरह की कार्यवाही को लेकर पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता सकते में हैं।