नई दिल्ली(ईएमएस)। भाजपा नेता वरुण गांधी का पीलीभीत टिकट कटने के बाद कांग्रेस की टिप्पणी सामने आई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि वे गांधी होने की कीमत चुका रहे हैं। अधीर रंजन के बयान से कयास थे कि वरुण गांधी कांग्रेस में जा सकते हैं। हालांकि अभी तक इस तरह की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।वहीं बीजेपी सांसद मेनका गांधी अपने निर्वाचन क्षेत्र सुल्तानपुर की 10 दिवसीय यात्रा पर हैं। बातचीत में उन्होंने कहा कि वह बीजेपी का हिस्सा होने से काफी खुश हैं।
यह पूछे जाने पर कि वरुण गांधी अब क्या करेंगे, उन्होंने कहा, यह सवाल उनसे ही पूछें कि वह क्या करना चाहते हैं। हम चुनाव के बाद इस पर विचार करेंगे। अभी इस पर समय है।मेनका गांधी ने कहा, टिकट देने के लिए मैं अमित शाह, पीएम मोदी और नड्डा जी को धन्यवाद देता हूं। टिकट की घोषणा बहुत देर से की गई, इसलिए दुविधा थी कि मुझे कहां से लड़ना है? पीलीभीत से या सुल्तानपुर। उन्होंने कहा, पार्टी ने अब जो फैसला लिया है, उसके लिए मैं आभारी हूं। उन्होंने आगे कहा, मैं बहुत खुश हूं कि मैं सुल्तानपुर वापस आई क्योंकि इस जगह का एक इतिहास है कि सुल्तानपुर में कोई भी सांसद दोबारा सत्ता में नहीं आया।
बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए यूपी की पीलीभीत सीट से वरुण गांधी के बजाय योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया है। वरुण गांधी ने खुद इस मामले में जनता के नाम भावुक पत्र लिखकर कहा कि उनका पीलिभीत से रिश्ता आखिरी सांस तक खत्म नहीं होगा। अब इस मामले में वरुण गांधी की मां और सुल्तानपुर से बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी ने चुप्पी तोड़ी है। मेनका गांधी ने कहा कि वह बीजेपी में होने से खुश हैं। बेटे का टिकट कटने के सवाल पर कहा कि यह सवाल वरुण गांधी से ही पूछा जाना चाहिए कि वे क्या करना चाहते हैं?टिकट मिलने के बाद यह उनका सुल्तानपुर का पहला दौरा है। जिले के अपने 10 दिवसीय दौरे पर वह पूरे लोकसभा क्षेत्र के 101 गांवों का दौरा करेंगी।
कटका गुप्तारगंज, तातियानगर, टेढुई, गोलाघाट, शाहगंज चौराहा, दरियापुर तिराहा और पयागीपुर चौराहा आदि स्थानों पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मेनका गांधी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर भी श्रद्धासुमन अर्पित किये।इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. आरए वर्मा, भाजपा प्रदेश मंत्री मीना चौबे, लोकसभा प्रभारी दुर्गेश त्रिपाठी, लोकसभा संयोजक जगजीत सिंह छंगू, विधायक राज प्रसाद उपाध्याय, विधायक राजेश गौतम और प्रवक्ता विजय रघुवंशी मौजूद रहे।