लखनऊ (हि.स.) उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के सात वर्ष पूरे होने वाले हैं। इन वर्षों में योगी सरकार ने आपदा के क्षेत्र में अनेक कार्य किये हैं। आपदा प्रभावित आमजन और पशुओं को लेकर संवेदनशील इस सरकार से मिलने वाली सहायता ने किसानों के चेहरों पर खिलखिलाहट लाने का कार्य किया है।
जरूरतमंद लोगों में कंबल वितरण कर उनकी मुस्कुराहट को बरकरार रखा तो रैन बसेरा में ठहरने की सुविधा देकर ठंड से राहत देने का कार्य किया। इतना ही नहीं, इस सरकार ने ओलावृष्टि, सूखा और बाढ़-अतिवृष्टि जैसी समस्याओं से परेशान किसानों की सहायता कर आपदा में राहत देकर उनके साथ खड़ी रही। सात वर्षों में यूपी की योगी सरकार ने आपदा प्रबंधन, आमजन के हित में अनेक कदम भी उठाए हैं।
कम्बल वितरण, रैन बसेरा निर्माण
पिछले सात वर्षों में लोगों को ठंड से बचाने के लिए सरकार ने जिला प्रशासन और एनजीओ के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2023-24 तक 55 लाख 99 हजार 354 कम्बलों का वितरण किया है, जबकि शहरों में सड़कों या अन्य स्थानों पर मजबूरी में रात बिताने वालों के लिए 7728 रैन बसेरों का निर्माण भी कराया। योगी सरकार ने केवल रैन बसेरों के निर्माण पर ही 25985.20 लाख रुपये खर्च किये हैं।
किसानों को मरहम, मिली क्षतिपूर्ति
योगी सरकार ने बाढ़, अतिवृष्टि, सूखा और ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों की दुखती रग पर भी मरहम लगाया है। पिछले सात वर्षों में बाढ़, अतिवृष्टि, सूखा से पीड़ित लगभग 47 लाख 57 हजार 692 किसानों में 186722.78 लाख रुपये खर्च कर राहत देने का कार्य किया गया है।
प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि यूपी में बाढ़ से प्रभावित लगभग 43 लाख 08 हजार 406 किसानों में 162495.70 लाख रुपये आवंटित कर राहत दी गयी है। योगी सरकार ने अपने लगभग सात वर्ष के कार्यकाल में बाढ़ से पीड़ित लोगों में 78 लाख 95 हजार 500 लंच पैकेट बांटे, साथ ही उन्हें खाने पीने के सामान उपलब्ध करा राहत दी। सूखा से प्रभावित 02 लाख 15 हजार 954 किसान परिवारों को प्रभावित रकबा (बोई गयी फसल के नुकसान) के सापेक्ष 9456 लाख रुपये आवंटित हुए। सरकार द्वारा इस नुकसान की भरपाई के लिए उठाये गये कदम ने किसानों के चेहरे की हरियाली खिलाने का कार्य किया। ओलावृष्टि से प्रभावित 02 लाख 33 हजार 332 किसान परिवारों में 14771.08 लाख रुपये का आवंटन कर उनके घाव को भरने का कार्य भी किया है।