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हिस्ट्रीशीटरों और अपराधियों का आका है इरफान, कानपुर दंगे का आरोपी है सोलंकी का बिजनेस पार्टनर !

 

– -दूसरे साझेदार शौकत के ऊपर दर्जनों मुकदमे दर्ज

कानपुर। अब्बा हाजी मुश्ताक सोलंकी बेहद मिलनसार थे। मदद को तैयार रहते थे, लेकिन अपराधियों के साथ गठजोड़ के सख्त खिलाफ थे। इरफान अपने अब्बा की नसीहत को भूल गए। उन्होंने कम वक्त में ज्यादा दौलत कमाने के लिए गलत रास्ते और गलत लोगों को चयन कर लिया। यह फैसला ही इरफान के लिए आफत बन चुका है।

 

गुंडई की बदौलत जमीन कब्जाता है शौकत

सूत्रों के मुताबिक, रियल इस्टेट कारोबार में इरफान ने काली कमाई का निवेश किया है। इरफान के दो बड़े साझेदारों में एक नाम है शौकत अली। हिस्ट्रीशीटर शौकत अली की फर्म वाशहस बिल्डर है, जिसमे इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी पार्टनर थीं। इरफान पर शिकंजा कसा तो प्रशासन ने शौकत की चिन्हित 27 संपत्तियों में कुछेक को सील भी किया है। आरोप है कि आपराधिक इतिहास के कारण शौकत का मुस्लिम क्षेत्रों में दबदबा है। इसी कारण वह लोगों को धमकाकर औने-पौने में जमीन खरीदकर बिल्डिंग बनाता है।

 

हाजी वसी पर हिंसा की फंडिंग का आरोप

कानपुर के परेड चौराहे पर लगभग डेढ़ साल पहले हिंसा भड़की थी। उस वक्त इरफान के बिजनेस पार्टनर बिल्डर हाजी वसी का नाम उछला था। आरोप था कि उसने हिंसा के आरोपियों को धन मुहैया कराया था। पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर हाजी वसी को गिरफ्तार का जेल भेज दिया था। अभी कुछ महीने पहले हाजी वसी को जमानत मिल गई है। इसके साथ एक और हिस्ट्रीशीटर भी इरफान का खास गुर्गा है। उसका नाम है इजराइल आटेवाला। आटेवाला भी इरफान के साथ आगजनी मामले में सह-अभियुक्त है।

 

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