नई दिल्ली (ईएमएस)। भाजपा ने मध्यप्रदेश में जो 5 सीटें घोषित नहीं की हैं उनमें छिंदवाड़ा, बालाघाट सीटें भी शामिल हैं जहाँ विधानसभा चुनाव में भाजपा बढ़त हांसिल नहीं कर सकी थी। छिंदवाड़ा में सभी विधानसभा सीटें कांग्रेस ने जीती थीं। छिंदवाड़ा में भाजपा को मजबूत चेहरे की तलाश है जो कमलनाथ को टक्कर दे सके लेकिन इसके साथ में एक दूसरा सवाल यह भी है कि क्या इस सीट पर अभी भी भारतीय जनता पार्टी को किसी बड़े परिवर्तन की आशा है? क्या आने वाले दिनों में छिंदवाड़ा को लेकर कोई बड़ा धमाका हो सकता है?
पिछले दिनों जब कमलनाथ दिल्ली में जाकर बैठ गए थे और उनके भाजपा में जाने की चर्चा जोर-शोर से मीडिया में की जा रही थी उस समय यही कहा जा रहा था कि छिंदवाड़ा सीट पर भाजपा की टिकट से कमलनाथ परिवार का उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेगा। जो भी हो छिंदवाड़ा सीट 28 बनाम एक है और भाजपा की क्लीन स्वीप की राह में यह सबसे बड़ा कांटा है। उधर बालाघाट सीट जातीय समीकरण के कारण उलझती नजर आ रही है। भाजपा को यहां भी मजबूत उम्मीदवार उतारना होगा क्योंकि विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस को बढ़त मिली थी।