मेरठ (हि.स.)। मेरठ नगर निगम में हाउस टैक्स का पैसा जमा करने की बजाय क्लर्क डकार गया। पीड़ित की शिकायत पर नगर निगम ने जांच कराई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। आरोपित लिपिक को निलंबित कर दिया गया है। पीड़ित ने आरोपित के खिलाफ देहली गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
ब्रह्मपुरी निवासी विपिन भारती पुत्र राकेश भारती ने बताया कि उसके ब्रह्मपुरी और देवलोक कॉलोनी में मकान है। इन मकानों के हाउस टैक्स का लगभग डेढ़ लाख रुपया बकाया था। 2022 में हमने बकाया हाउस टैक्स को जमा करने के लिए नगर निगम पहुंचे। वहां पर अर्जुन नामक लिपिक को हाउस टैक्स के डेढ़ लाख रुपए नकद दिए, लेकिन उसने जमा की रसीद नहीं दी। हम बार-बार टैक्स जमा की रसीद लेने के लिए दफ्तर के चक्कर काटते रहे, लेकिन बाबू टरकाता रहा। कुछ दिन बाद फिर से नगर निगम की टीम हाउस टैक्स के लिए पहुंचे तो हमने पैसा जमा कराने की बात कही। इसके बाद लिपिक ने जल्दबाजी में बैंक में हाउस टैक्स की रकम का चेक लगाया जो बाउंस हो गया। इस प्रकार लिपिक ने पूरा पैसा हड़प लिया। पूरे मामले की शिकायत नगर आयुक्त डॉ. अमित पाल शर्मा से की गई। 29 फरवरी को विपिन ने देहली गेट थाने में आरोपित लिपिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। नगर आयुक्त ने इस मामले में जांच कराई तो शिकायत सच साबित हुई।
अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय के अनुसार, लिपिक ने कई लोगों के हाउस टैक्स का पैसा वसूला और निगम खाते में जमा ही नहीं कराया है। कई लोगों की शिकायतें आ चुकी है। मामला जांच में सही मिला है। लिपिक को निलंबित कर दिया गया है। जनता के पैसे की रिकवरी आरोपित लिपिक के वेतन से की जाएगी।