स्वरा भास्कर और संजय दत्त का नाम उछला, जल्द तय होगा उम्मीदवार
बरेली। शहर में जगह जगह नौवीं बार – संतोष गंगवार के होर्डिंग लगना शुरु हो गए हैं। यह माना जा रहा है कि अभी तक की परिस्थिति के मुताबिक मौजूदा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ही भाजपा के मजबूत प्रत्याशी हैं लेकिन विपक्ष इस बार इस सीट पर बाकओवर देने के मूड में नहीं है। विपक्षी इंडिया गठबंधन इस चुनाव में ग्लैमर का तड़का लगाने की तैयारी कर रही है। सेलीब्रिट्री दांव में दो नाम सामने आ रहे हैं – एक है स्वरा भास्कर और दूसरा है संजय दत्त। स्वरा भास्कर की ससुराल बहेड़ी की है। हाल ही में उनकी शादी हुई है। हांलाकि चर्चाओं और कयासों के बीच कोई इस मसले पर खुलकर नहीं बोल रहा है।
अभी तक मीडिया रिपोर्ट्स ने एक बात को लोगों के मन में गहरे बैठाना शुरू कर दिया है कि 2024 भाजपा के लिए कोई चैलेंज नहीं है। ऐसे में विपक्ष ने भी इस ठहरे हुए पानी में कुछ भारी पत्थर फेंककर हलचल पैदा करने का मन बनाया है। विपक्ष का गठबंधन जिसका नाम इंडिया रखा गया है। उसका खास फोकस यूपी की 80 सीटों पर है। सपा और कांग्रेस के बीच पिछले दरवाजे से चल रही गलबहियों के बीच खास प्लानिंग शुरू हो चुकी है। कांग्रेस यूपी की लोकसभा को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ चिंतन मंथन कर रही है। सियासी सूत्रों की मानें, तो बरेली, वाराणसी, लखनऊ,कानपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर और आगरा को लेकर खास रणनीति बनाई जा रही है। यह सभी सीट भाजपा के पास हैं।
विपक्षी गठबंधन इंडिया वाराणसी और बरेली को सबसे मुश्किल सीट मान रही है। क्योंकि वाराणसी पीएम नरेन्द्र मोदी की सीट है और बरेली आठ बार के सांसद संतोष गंगवार की। भाजपा की निगाह में यह ए प्लस कैटेगिरी की सीटें हैं। संतोष गंगवार के खिलाफ विपक्ष बीते कई सालों में कई जातिगत प्रयोग करके फेल होता रहा है। इसलिए इस बार सेलिब्रिटी पर दांव लगाने की हवायें चल रही हैं।
फिल्म स्टार संजय दत्त के पिता व जाने माने अभिनेता सुनील दत्त मुंबई से सांसद रह चुके हैं। उनकी बेटी प्रिया दत्त भी सांसद रही हैं। हालांकि उत्तर भारत और खासतौर पर बरेली से उनका कोई खास जुड़ाव नहीं है लेकिन स्टार फेस के कारण उनके नाम को लेकर भी विचार किया जा रहा है। पिछले कुछ सालों से संजय दत्त अक्सर समाजवादी पार्टी के साथ नजर आये हैं। वह सपा नेता अमर सिंह के साथ बरेली भी आ चुके हैं। कहा जाता है कि संजय दत्त 2009 में भी चुनाव लड़ना चाहते थे मगर बसपा प्रमुख मायावती पर उनकी एक टिप्पणी की वजह से विवाद हो गया और वह चुनाव मैदान से दूर हो गए।
एक और चौंकाने वाला नाम स्वरा भास्कर का है। स्वरा देश की जानी मानी अभिनेत्री हैं और साथ ही वह अपनी तेज तर्रार छवि और बेवाक विचारों के लिए जानी जाती हैं। स्वरा एक अभिनेत्री के साथ साथ अक्सर एक्टिविस्ट के तौर पर भी नजर आई हैं। फिल्मी ग्लैमर और बेवाकी से बात कहने की क्षमता यकीनन स्वरा को एक बेहतर प्रत्याशी के तौर पर पेश कर सकती है।
उनका बरेली कनेक्ट भी बन चुका है। बहेड़ी के रहने वाले फहद अहमद से शादी करके स्वरा का नाम बरेली से जुड़ चुका है। हांलाकि स्वरा भास्कर के पारिवारिक सूत्र इस तरह की किसी भी संभावना से फिलहाल पूरी तरह से इंकार कर रहे हैं। लेकिन राजनीति में कब कौन सा पांसा पलट जाये, यह कहा नहीं जा सकता। यह सच है कि अगर संयुक्त विपक्ष इस चुनाव में ग्लैमर का तड़का लगाता है और स्वरा भास्कर या उनके जैसा कोई प्रत्याशी बनता है तब भाजपा और संतोष गंगवार के लिए नौवीं बार का रास्ता उतना आसान नहीं होगा, जितना कि आज समझा जा रहा है।