कानपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को हवाओं की दिशाओं में परिवर्तन हुआ है। इससे न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो गई लेकिन बुधवार को फिर उत्तरी पश्चिमी हवाएं चलने लगीं। इससे तापमान में गिरावट हो गई और गलन दिनभर बरकरार रही। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में अभी सिहरन भरी सर्दी से लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस. एन. सुनील पाण्डेय ने बुधवार को बताया कि बांग्लादेश के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण औसत स्तर से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 1.5 और 3.1 किमी के बीच के क्षेत्र पर है। एक ट्रफ रेखा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से निचले स्तर पर पूर्वी विदर्भ तक फैली हुई है। इसके साथ ही यूरोप और दक्षिण एशिया से सर्द हवाएं गंगा के मैदानी इलाकों में आना शुरू कर दी हैं जिससे दिन और रात का तापमान गिर गया है और गलन तेजी से बढ़ने लगी है।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 13.4 और न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 91 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 70 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 3.9 किमी प्रति घंटा रही। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों आसमान साफ रहने के कारण वर्षा की कोई संभावना नहीं है। प्रातः काल एवं रात्रि के समय घना कोहरा छाये रहने के आसार हैं। शीत लहर भी चलने की पूरी संभावना है। उत्तर पश्चिमी सर्द हवाओं का गंगा के मैदानी में आना जारी रहेगा। इससे गलन वाली सर्दी बनी रहने की पूरी संभावना है।