-अयोध्या में 600 पेइंग गेस्ट का रजिस्ट्रेशन, 441 को सर्टिफिकेट
लखनऊ (हि.स.)। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन-पूजन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दराज से आने वाले लोगों की पहली जरूरत ठहरने की होगी। पर्यटन विभाग इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां कर रहा है। होटल, रिजॉर्ट के अलावा गांव से लेकर शहर तक बड़े पैमाने पर पेइंग गेस्ट तैयार किए जा रहे हैं। अब तक लगभग 600 पेइंग गेस्ट का रजिस्ट्रेशन हो चुका है, जिसमें 441 को सर्टिफिकेट जारी किया जा चुका है। इसमें लगभग 2,400 से 2,500 कमरों की व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालु दिव्य अयोध्या ऐप के माध्यम से यहां बुकिंग कर सकते हैं।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि दिल्ली स्थित गैर-सरकारी संगठन फाउंडेशन फॉर इकोनॉमिक डेवलपमेंट और पर्यटन विभाग के समन्वय से पेइंग गेस्ट की संख्या बढ़ाई जा रही है। उचित दाम पर उच्च गुणवत्ता वाले रूम उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों का आर्थिक विकास होगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। पेइंग गेस्ट संचालकों को पर्यटन विभाग द्वारा स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाएगा।
प्रदेश सरकार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी को विश्व की सुंदरतम नगरी के रूप में विकसित कर रही है। यहां लगातार पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के आसार हैं। प्रयास है कि यहां आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु सुखद स्मृतियां लेकर लौटें।
जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या में ठहरने और घर के नाश्ते की अच्छी सुविधा उपलब्ध रहेगी। 1500 से 2500 रुपये किराए में रहने और नाश्ते की उत्तम सुविधा मिलेगी। लोगों को नाश्ते का कोई अलग चार्ज नहीं देना होगा। यह योजना घरेलू आगंतुक अनुभव विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस योजना की परिकल्पना अतुल्य भारत के अतिथि देवो भवः के तहत की गई है। अयोध्या में सामुदायिक किचन शुरू करने की भी तैयारी है।