टेक्निकल हेड सहित 25 गिरफ्तार
एसटीएफ को काफी दिनों से मिल रही थी शिकायत
गलत पते पर संचालित की जा रही थी कंपनी
लखनऊ(आरएनएस) । एसटीएफ यूपी को एसडीटी एक्जिÞम ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी की आड़ में विदेशों से वीओआइपी कॉल, टीएफएन सॉफ्ट फोन के माध्यम से कम्प्यूटर व लैपटाप को रिमोट पर लेकर करोड़ो रुपए की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के टेक्निकल हेड सहित 25 अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। इनके कब्जे से 22 सीपीयू , 22 डेस्कटॉप मॉनिटर, 22 हेड फोन ,22-22 कीबोर्ड माउस,34 मोबाइल फोन, आठ एटीएम कार्ड, पांच आधार कार्ड, तीन पैन कार्ड, तीन ड्राइविंग लाइसेंस,तीन कार रजिस्ट्रेशन कार्ड, एक दिल्ली मेट्रो कार्ड, एक हेल्थ कार्ड,तीन कार, एक जिप्सी कार, चार लैपटॉप , चार इंटरनेट राऊटर, दो हिसाब किताब रजिस्टर,22,222-00 रुपये नगद बरामद किया है। गिरफ्तार अभियुक्त का जयन्त उर्फ जितेन्द्र उर्फ उस्मान, मानिक सिवाच, मोहम्मद शाबिर, शिवा कश्यप, मोहित ग्रोयर,आदिल रिजवी, दिव्यम शर्मा, रितिक मल्होत्रा, सक्षम मल्होत्रा,हिमांशु भारद्वाज,रोहित यादव,अंकुर सोनी, कैलाश शाही, फिरोज ग्रोवर,भुपेन्द्र सिंह यादव,आफरोज खान,युधिष्ठिर कुमार, मनीष तिवारी,गौतम सहगल,यश मक्कड़,अनुभव त्यागी,संजीत,चिन्टू उर्फ चन्द्रपाल,नीरज,नदीम आदि है।
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से वीओआइपी कॉलिंगकर विदेशों (अमेरिका, कनाडा, शिकागो, कैलीफोर्निया, लेबनन, हांगकांग, ब्रिटेन आदि) से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सक्रिय होने की सचूनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ यूपी की विभिन्न टीमों व इकाईयों को आवश्यक कार्रवई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में एसटीएफ की टीम ने नोएडा से एक फर्जी इंटरनेशनल काल सेंटर का भंडाफोड़ कर उपरोक्तसंगठित गिरोह के टेक्निकल हेड सहित उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में गिरोह के टेक्निकल हेड नीरज यादव ने बताया कि मैं अपने साथी संजीत, दिव्यम शर्मा, मोहित आदिल रिजवी आदि के साथ यह फर्जी काल सेन्टर चला रहा है। जिसका मालिक शाजिद सहिदी है। जिसमें हमारे द्वारा विदेशी लोगों को काल की व रिसीव की जाती है। काल से सम्बन्धित सभी इलेक्ट्रानिक उपकरण, मोबाइल, सिम शाजिद शहीदी द्वारा हमे उपलब्ध कराया गया है। शाजिद द्वारा कम्पनी को मकान नंबर. 128 बी वन प्रथम फ्लोर मौहम्मदपुर, आरके पुरम नियर एमसीडी पार्क नई दिल्ली पर रजिस्टर्ड करा रखा है। उसके द्वारा फर्जीवाड़ा करवाये जाने के उद्देश्य से ही कम्पनी गलत पते पर संचालित की जा रही है। जिससे कोई भी वास्तविक पता न खोज सके। यह कॉल विदेश से टीएफएन पोर्टल के माध्यम से आईबीम साफ्टवेयर से हमारे कॉल सेंटर में लगे सिस्टम पर लैण्ड करायी जाती है। उस कॉल को हमारे कॉल सेंटर पर पूर्व से एक्टिव कॉलर कॉल रिसीव करते है तथा अपने आप को विदेशी कम्पनी का प्रतिनिधि प्रदर्शित करते हुए उनकी समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन देते है तथा हमारी कम्पनी में काम करने वाले कर्मचारी उन लोगों को बोलते है कि आपका सिस्टम हैक तथा आईपी एड्रेस कम्प्रोमाईज्ड हो गया है। इस समस्या के समाधान के लिए हम उनके सिस्टम को ऐनीडेस्क साफ्टवेयर से कनेक्ट कर उनके सिस्टम मे आ रही असुविधा को हल करने के नाम पर चार्ज के लिए विभिन्न कम्पनी के गिफ्ट कार्ड 100-500 डालर कीमत के लेते हैं।
साथ ही इस धोखाधड़ी के दौरान हम लोग यूएस के लोगों के मोबाइल को एनीडेस्क से कनेक्ट कर मैजिक ऐप गूगल वाइस आदि एप पर यूएस के लोगों से पैमेंट कराकर एकाउंट बना लेते है और उनके मोबाइल से उस अकाउंट को लॉग आउट कर अपने मोबाइल पर लॉगिन कर लेते है। फिर इन ऐप का उपयोग हम अपनी जरूरत अनुसार यूएस के लोगों को डायरेक्ट कॉल करने के काम में लेते है। साथ ही यह भी बताया कि ठगी से प्राप्त कूपनों एवं बीटीसी को कैश कराने के लिए विदेश के खातों में भेजते है, जिस पर ऐसी सुविधा देने वाले लोग अपना कमिशन काटकर हवाला के माध्यम से इन लोगों को पैसा वापस भेज देते है। गिरोह के बैंक खातों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर बैंक खातों को फीज कराने व अन्य ट्राजेक्शन के सम्बन्ध में साक्ष्य संकलन किया जा रहा है।उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना सेक्टर-58 नोएडा में मुकदमा दर्ज कराया गया है।