अयोध्या (हि.स.)। कड़ाके की ठंड भी अयोध्यावासियों का हौसला न डिगा सकी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दीदार को समूची अयोध्या उमड़ पड़ी। रामनगरी में अभूतपूर्व स्वागत से अभिभूत मोदी ने भी शीश झुकाकर अयोध्यावासियों का अभिवादन किया। आलम यह रहा कि मोदी की मुस्कान पर फिदा रामनगरी ने गुलाब की पंखुड़ियों संग उनका स्वागत किया और मोदी-मोदी की गूंज से अयोध्या को गुंजायमान कर दिया। रास्तों में लगे फूलों की खुशबू में भी आज अलग ही महक थी, क्योंकि अयोध्या के पुनर्विकास के नायक खुद यहां मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर अयोध्यावासियों के मन में अलग की उमंग था। बच्चे हों या बुजुर्ग, महिलाएं हों या युवतियां, सभी प्रधानमंत्री की एक झलक पाने को आतुर दिखे।धर्मपथ से लेकर रामपथ होते हुए अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पहुंचने के दौरान बच्चे भी जय श्रीराम के साथ मोदी-मोदी की गूंज करते रहे। मोदी ने भी बच्चों को निराश नहीं किया। वे भी यहां के लोगों का अभिवादन करते रहे। रोड शो में प्रधानमंत्री के चेहरे पर मुस्कान रही, जिसने समूचे अयोध्यावासियों का दिल जीत लिया। मोदी की मुस्कान पर फिदा अयोध्या में मोदी-मोदी की गूंज सुनाई दी। अयोध्या की सड़कों पर मोदी का यह स्वागत और भी महत्वपूर्ण हो गया, क्योंकि इसके बाद मोदी जब आएंगे तो रामलला को उनके दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान करेंगे।
लता चौक पर साधु-संतों ने की पुष्पवर्षा-
यूं तो पूरे रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री पर जोरदार पुष्पवर्षा हुई, लेकिन लता चौक पर भी साधु-संतों ने उन पर पुष्पवर्षा की और उन्होंने आशीर्वाद भी दिया। अयोध्या की नई पहचान बन चुके लता चौक पर भी आम जनमानस की भीड़ ने जोरदार स्वागत किया। यहीं से मोदी अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के लिए मुड़े तो यहां फूलों से बनी गणपति की छवि काफी आकर्षित कर रही थी। वैसे, आज अयोध्या का शृंगार काफी अद्भुत था। जिसने भी देखा, यह शृंगार देख मन मोह उठा।
लोक कलाकारों ने बांधा समां-
प्रधानमंत्री के रोड शो के दौरान कुल 50 मंच बनाए गए थे जिसमें 1400 से अधिक कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं। इसके अतिरिक्त, लता चौक पर एक विशाल मंच बनाया गया था। यहां प्रधानमंत्री मोदी के काफिले पर फ्लावर कैनन से पुष्प वर्षा की गई। धर्मपथ के साथ कलाकारों ने 26 चरणों पर अपना प्रदर्शन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में शंखवादन और डमरू वादन से सभी को झंकृत कर दिया। खजान सिंह और महिपाल ने अपनी टीम के साथ मथुरा, ”बम रसिया” के प्रदर्शन के माध्यम से छाप छोड़ी। इसके अतिरिक्त, मथुरा के लोकप्रिय ”मयूर” नृत्य ने भी कई मंचों की शोभा बढ़ाई। अयोध्या के कई ख्यात कलाकारों ने भी विभिन्न मंचों पर प्रस्तुतियां दीं। ‘अवधी’, ‘वनटांगिया’ और ‘फरुवाही’ समेत विभिन्न संस्कृतियों की लोक कला प्रस्तुतियों के रंगों से सजी अयोध्या में पलवल (हरियाणा) के ‘बीन-बांसुरी’ डांस और राजस्थान की ‘चकरी’ डांस ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।