प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही वेंद भारत की तर्ज पर अमृत भारत ट्रेन देश को समर्पित करेंगे. इस ट्रेन की डिजाइन खास तौर पर प्रवासी श्रमिकों को ध्यान में रखते हुए की गई है. खास बात यह है कि अमृत भारत ट्रेन वंदे भारत की तरह ही आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी. इसमें पुश- पुल तकनीक लगाई गई है. इसी बीच खबर है कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर नवनिर्मित अमृत भारत ट्रेन का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने कहा कि वंदे भारत के बाद, पुश-पुल तकनीक पर आधारित अमृत भारत ट्रेन आम जनता की सेवा के लिए तैयार है.
खास बात यह है कि देश की पहली अमृत भारत ट्रेन माता सीता के जन्मस्थली से भगवान राम के जन्मस्थल को जोड़ेगी. 30 दिसंबर को इस ट्रेन की शुरुआत होगी. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में रहेंगे और वे वहीं से 5 नई वंदे भारत एक्सप्रेस व 2 अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे. उनमें से पहली अमृत भारत ट्रेन बिहार के दरभंगा से अयोध्या होते हुए दिल्ली जाएगी और दूसरी ट्रेन मालदा से बेंगलुरु जाएगी.
#WATCH | Delhi: Newly Built Push-Pull Amrit Bharat train, Union Railway Minister Ashwini Vaishnaw says, "After Vande Bharat, Amrit Bharat train has been made on push-pull technology. PM Modi will soon flag off…" pic.twitter.com/HuRwR19Xxd
— ANI (@ANI) December 25, 2023
10 मिलियन लोग रोज ट्रेन से यात्रा करते हैं
जानकारी के मुताबिक, यह ट्रेन उन लोगों के लिए डिज़ाइन की गई है जो काम की तलाश में लंबी दूरी की यात्रा करते हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रेलवे जल्द ही ऐसी दूसरी ट्रेन के संचालन के लिए मार्ग तय करेगा. ऐसे भी भारत में एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. भारतीय रेलवे प्रतिदिन 10 मिलियन से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करती है और उनमें से अधिकांश कमजोर वर्ग या निम्न आय वर्ग से आते हैं.
चेन्नई में किया जा रहा है ट्रेन का निर्माण
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ट्रेन यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ट्रेनों में पुश-पुल तकनीक शुरू की गई है. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के बाद अब अमृत भारत ट्रेन में भी यह तकनीक उपलब्ध होगी. ट्रेन में पुश-पुल ऑपरेशन के लिए प्रत्येक छोर पर एक लोकोमोटिव होगा जो तेजी से त्वरण की अनुमति देता है. पुश-पुल तकनीक वाली ट्रेनों में एक के बजाय दो इंजन होते हैं, जो कोचों के एक सेट को खींचते हैं. दो इंजन, एक के रूप में कार्य करने के लिए हार्ड-वायर्ड, ट्रेन को अतिरिक्त शक्ति प्रदान करते हैं और ट्रेन के त्वरण और मंदी के समय को काफी कम कर देते हैं, जिससे उच्च औसत गति संभव हो जाती है. इन पुश पुल ट्रेन का निर्माण चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में किया जा रहा है.
द्वितीय श्रेणी के 12 डिब्बें होंगे
पुश पुल ऑपरेशन का एक प्रमुख लाभ यह है कि त्वरण में सुधार के कारण ट्रेन यात्रा का समय कम हो जाता है. इस नई ट्रेन की सभी बोगियां सुरक्षा की दृष्टि से बेहतरीन LHB मॉडल की हैं. इस ट्रेन की रफ़्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. अमृत भारत 22 डिब्बों वाली एक गैर-एसी ट्रेन होगी. इसमें द्वितीय श्रेणी के 12 डिब्बें होंगे. इसी तरह 3-टीयर स्लीपर की 8 डिब्बे और दो गार्ड डिब्बे होंगे. गार्ड डिब्बों में एक कोच में महिलाओं और दूसरे कोच में दिव्यांग यात्रियों के लिए जगह होती है. अमृत भारत सेमी परमानेंट कप्लर्स से भी सुसज्जित होगा जो उन्हें झटका मुक्त बनाएगा.