नई दिल्ली (ईएमएस)। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 के बाद वैश्विक कर्ज में वृद्धि एक बड़ी चिंता का विषय है। यह 2022 में 92 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो वैश्विक जीडीपी का लगभग 92 प्रतिशत है। 2020 की शुरुआत से अब तक लगभग 19 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर या वैश्विक सार्वजनिक ऋण का लगभग 20 प्रतिशत ऋण जमा हो चुका है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक ऋण साल 2028 तक 132 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद के विभिन्न ऋण चक्रों के विश्लेषण से पता चलता है कि कोविड के बाद ऋण के स्तर में तेजी से वृद्धि के कारण ऋण संकट में लगातार वृद्धि हुई है, जिससे कम आय वाले देशों में डिफाल्ट होने का जोखिम बढ़ गया है। एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि महामारी के बाद एडवांस्ड और ईएमडीई में ऋण स्तर में तेजी से वृद्धि हुई है। कई उन्नत अर्थव्यवस्थाएं लो इंटरेस्ट रेट का फायदा उठा रही हैं। लेकिन अब, ब्याज दरें लंबी अवधि तक ऊंची रहने के साथ, उन्हें बढ़ती ऋण सेवा लागत का दर्द महसूस होगा।
रेटिंग्स एजेंसी की मुख्य अर्थशास्त्री ने कहा, वैश्विक ऋण में हालिया उछाल इसकी तेज वृद्धि और भारी मात्रा दोनों में उल्लेखनीय है। ऋण के स्तर में तेज वृद्धि के साथ, ऋण संकट की मात्रा भी लगातार बढ़ रही है। 2020 के बाद से लगभग 19 अर्थव्यवस्थाएं या तब अपने ऋण दायित्वों पर डिफॉल्ट कर चुकी हैं या उसका पुनर्गठन किया है।