बांदा (हि.स.)। केन नदी की जलधारा में अवैध खनन और एक भाजपा नेता का बालू से भरा ट्रक पकड़े जाने के मामले में 15 दिन के अंदर जसपुरा थाने के थाना इंचार्ज समेत 8 पुलिस कर्मियों और लेखपाल कानूनगो को भी निलंबित कर दिया गया है। जिससे राजस्व व पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। मामला पैलानी तहसील अंतर्गत सांडी खादर बालू खदान से जुड़ा है।
उल्लेखनीय है कि केन नदी की जलधारा में मशीनों के जरिए अवैध खनन के मामले में दोषी पाए गए पट्टा धारक को जिला अधिकारी के निर्देश पर 20 लाख का जुर्माना कर उसके खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। साथ ही अवैध खनन का मामला सही पाए जाने पर डीएम के निर्देश पर मंगलवार को लेखपाल कानूनगो और एक चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद इसी मामले की जांच करते हुए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने भी कड़ा एक्शन लिया और बुधवार को जसपुरा थाने में तैनात एस आई सूर्यनारायण व हेड कांस्टेबल रतिराम और कांस्टेबल कृष्ण कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसपी अंकुर अग्रवाल ने इस बारे में बताया कि अवैध खनन के इस मामले में प्रथम दृष्टया तीनों की लापरवाही पाई गई है, पूरे मामले की अभी जांच की जा रही है।
इसी तरह 15 दिन पहले ही जसपुरा पुलिस ने भाजपा नेता के बालू भरे ट्रक को रोक कर आवश्यक कागजात मांगे थे। इस मामले में पुलिस ने उल्टा एक्शन लेते हुए जसपुरा थाने के इंचार्ज एस एस आई प्रभु नाथ सिंह एस आई राजबली कांस्टेबल रवि व विक्रम को निलंबित कर दिया था। इस तरह 15 दिन के अंदर आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही कानूनगो राजेश त्रिपाठी और क्षेत्रीय लेखपाल अशोक कुमार को भी निलंबित किया गया है।