– वाराणसी में विकसित भारत संकल्प यात्रा (ग्रामीण क्षेत्र) में शामिल हुए पीएम मोदी और सीएम योगी
– सेवापुरी ब्लॉक के बरकी गांव में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने लाभार्थियों से किया संवाद
– प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सामने लाभार्थियों ने अपने अनुभवों को किया साझा
वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दो दिवसीय काशी यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को सेवापुरी ब्लॉक के बरकी ग्राम सभा में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा (ग्रामीण क्षेत्र) में शामिल हुए। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान ‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ के जरिए लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सामने मंच से उन्हे मिले सरकारी योजनाओं के लाभ के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया। प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि उनका संकल्प है कि देश की दो करोड़ ग्रामीण माताओं और बहनों को स्वावलंबी बनाते हुए उन्हें लखपति बनाना है।
प्रधानमंत्री ने शादी विवाह में बर्बाद होने वाले भोजन पर चिंता व्यक्त करते हुए सेल्फ हेल्प समूह की महिलाओं को खाना परोसने की ट्रेनिंग लेकर इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान लखपति महिला चंदा देवी और मनीषा देवी को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। वहीं उन्होंने निपुण दक्षता हासिल करने वाले छात्र सिद्धार्थ और छात्रा आस्था को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा एकल नृत्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा अंतिमा को भी प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।
इससे पहले प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने ये यहां आयोजित सांसद खेल कूद प्रतियोगिता के अंतर्गत चल रहे विभिन्न खेल आयोजनों को भी देखा। साथ ही संकल्प यात्रा में शामिल हुए लोगों को 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए शपथ भी दिलाई।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया था। वाराणसी में 22 नवंबर को इसका शुभारंभ किया गया। ये यात्रा वाराणसी के 694 ग्राम पंचायत और नगर क्षेत्र के 110 वार्डों को कवर करेगी। नगर में एक वैन और ग्राम पंचायतों के लिए 8 वैन के माध्यम से शुरू की गई ये यात्रा 26 जनवरी 2024 तक अवनरत चलती रहेगी। इसके जरिये नगरीय क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र में भारत सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। वैन के माध्यम से किसानों को दक्ष बनाने के लिए ड्रोन तकनीक की जानकारी दी जा रही है। गांव-गांव में इस यात्रा से पहले सर्वेक्षण का काम भी किया जा रहा है। पंचायत सहायकों द्वारा इसके लिए डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है। इस पूरे काम के लिए सघन पर्यवेक्षण के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।