कानपुर (हि.स.)। बजरिया थाना क्षेत्र के सर्राफा कारोबारियों का करोड़ों रुपये का सोना लेकर फरार होने वाले कारीगरों को अभी तक कुछ सुराग नहीं लग सका। सर्राफा कारोबारियों ने मंगलवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध नीलाब्जा चौधरी से मुलाकात की। इस पर उन्होंने फौरन डीसीपी सेन्ट्रल की अगुवाई में विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन कर जल्द खुलासे का निर्देश दिया।
बजरिया थाना क्षेत्र में बुलियन कारोबारी संपतराव शिवाजी लवेटे उसका साथी महेश विलाश मस्के सर्राफा व्यापारियों का 10 से 15 किलो सोना लेकर फरार हो गए है, जिसकी कीमत दस करोड़ से अधिक बताई जा रही है। सोमवार को बाजार खुलने के बाद वादे के अनुसार जब बुलियन कारोबारी सोना लेकर व्यापारियों तक नहीं पहुंचा तो उन्होंने उसकी दुकान एसआर बोर्ड टेस्टिंग सेंटर पर जाकर देखा तो उसकी दुकान बंद मिली। मोबाइल भी बंद होने पर सर्राफा व्यापारियों ने जब उसके घर थाना फीलखाना स्थित नील वाली गली पहुंचे तो वहां घर पर ताला लटकता मिला, जिसे देख सभी व्यापारियों के होश उड़ गए। पैरो तले जमीन खिसक गयी। इसके बाद पुलिस ने छानबीन की पर उनका कोई सुराग नहीं मिल सका। फिलहाल इस पूरे मामले में मंगलवार को सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा की अगुवाई में पदाधिकारियों व पीड़ितों ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध नीलाब्जा चौधरी से मिलकर आपबीती बयां की आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने की मांग की है।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि सर्राफा एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी ने आकर सूचित किया कि उनके कई व्यापारियों से दो व्यक्ति संपतराव शिवाजी लवेटे उसका साथी और उसका साथी महेश विलाश मस्के जो कि सोना गलाने का कार्य करते थे। इनके द्वारा भारी मात्रा में व्यापारियों का सोना लेकर गायब हो गए हैं, जिनकी तहरीर के आधार पर थाना बजरिया में मुकदमा पंजीकृत कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। डीसीपी सेंट्रल के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित कर दी गयी है, जिससे कि सोना व्यापारियों का सोना और कैश जल्द से जल्द रिकवर हो सके।