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माफिया व सपा नेता समेत परिवार के तीन लोगों की कुंडली खंगालने की तैयारी

हमीरपुर  (हि.स.)। जिले में गैंगेस्टर एक्ट में जेल में बंद माफिया और सपा नेता समेत परिवार के तीन लोगों की अब कुंडली खंगालने की तैयारी पुलिस ने की है। यूपी से लेकर एमपी, राजस्थान और दिल्ली तक फैले माफिया के साम्राज्य की पुलिस जांच करेगी। गैंगेस्टर अपराधियों की डेढ़ अरब रुपये की चल और अचल सम्पत्ति कुर्क होने के बाद पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाने की भी तैयारी की है। इससे यहां अपराधियों में हड़कंप मचा हुआ है।

मौदहा क्षेत्र में तीन दिन पहले पुलिस ने सपा व्यापार सभा के प्रांतीय नेता केशव बाबू शिवहरे, पुत्र दीपक शिवहरे और भाई विष्णु शिवहरे की 1.42 अरब से अधिक रुपये की चल व अचल सम्पत्ति कुर्क की थी। महोबा जिले में पांच क्रेशर प्लांट, एक दर्जन बेशकीमती मकान, 42 वाहन और सैकड़ों बीघा खेत के अलावा महाविद्यालय समेत तीन काले सीज किए गए थे। इन तीनों बैंक खाते भी सीज किए गए है। अरबों रुपये की सम्पत्ति मिलने पर पुलिस के आला अधिकारी भी हैरत में पड़ गए। इसीलिए अब एडीजी जोन प्रयागराज भानु भास्कर ने जोन स्तर पर जांच कराने का फैसला किया है। हमीरपुर के साथ ही महोबा, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी व प्रयागराज की पुलिस मामले की जांच जल्द ही शुरू करेगी।

यूपी, एमपी और राजस्थान में माफिया के खिलाफ दर्ज है 22 मामले

एसपी हमीरपुर डॉ.दीक्षा शर्मा का कहना है कि केशव बाबू शिवहरे के खिलाफ हमीरपुर, महोबा, एमपी और राजस्थान में 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके पुत्र दीपक के खिलाफ भी हमीरपुर जिले के मौदहा कोतवाली में 12 आपराधिक मामले दर्ज है। इसके अलावा माफिया केशव बाबू शिवहरे के भाई विष्णु शिवहरे के खिलाफ भी नौ मुकदमे दर्ज है। बताया कि इससे पहले इन तीनों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई थी। बताया कि केशव बाबू शिवहरे और इसके पुत्र दीपक शिवहरे के खिलाफ तीन बार गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई थी। वर्ष 2003, 2007 में रिहायशी मकान और चार बैंक खाते कुर्क हुए थे।

कांग्रेस पार्टी ने चुनाव में माफिया व गैंगेस्टर पर दो बार लगाया था दांव

माफिया केशव बाबू शिवहरे की बहु मधु शिवहरे वर्ष 2004 में सपा के आशीर्वाद से जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थी। इसके बाद वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में केशव बाबू शिवहरे ने सपा छोड़कर माननीय बनने को आगे आए जिन्हें कांग्रेस ने टिकट भी दिया था। हालांकि उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। लेकिन तीस हजार मत झटकने में वे कामयाब रहे थे। इतना ही नही वर्ष 2014 में सदर सीट पर उपचुनाव में भी कांग्रेस ने दोबारा इस माफिया पर दांव लगाया था। वर्ष 2017 में केशव बाबू शिवहरे ने कांग्रेस छोड़कर सपा में इन्ट्री ली थी। और उन्हें सपा व्यापार सभा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया था।

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