– निफ्टी के 54 प्रतिशत शेयर साल के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचे, 16 ने बनाया मजबूती का रिकॉर्ड
नई दिल्ली (हि.स.)। अक्टूबर का महीना निफ्टी 50 में शामिल शेयरों के लिए काफी सकारात्मक परिणामों वाला रहा है। इस महीने के दौरान निफ्टी में शामिल आधे से ज्यादा शेयरों ने पिछले 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने में सफलता हासिल की। 42 प्रतिशत शेयर 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर के काफी करीब पहुंच गए। सबसे बड़ी बात तो ये है कि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से किसी भी शेयर ने अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर को टच नहीं किया। हालांकि एचडीएफसी बैंक और यूपीएल लिमिटेड के शेयरों में बड़ी गिरावट जरूर आई है लेकिन वे साल के सबसे निचले स्तर तक नहीं लुढ़के।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से मिली जानकारी के मुताबिक निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 27 शेयर पिछले 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए। इनमें भी 16 शेयरों ने अक्टूबर के महीने में ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड भी कायम किया। एक्सचेंज की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी में बताया गया है कि लार्सन एंड टुब्रो, टाइटन कंपनी, एचसीएल टेक्नोलॉजी, बजाज ऑटो, सन फार्मास्यूटिकल जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर अक्टूबर महीने के दौरान 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए। इसी तरह सार्वजनिक उपक्रमों में भारत पेट्रोलियम, कोल इंडिया, एनटीपीसी, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन और पावर ग्रिड के कॉरपोरेशन के शेयरों ने भी खरीदारी के सपोर्ट से 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने में कामयाबी हासिल की।
जानकारों के मुताबिक अमेरिकी बाजार में जारी उथल-पुथल के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) को भारतीय शेयर बाजार में कमाई की संभावना नजर आ रही है। ऐसे निवेशक फिलहाल भारत की औद्योगिक इकाइयों के शेयरों में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक हाल के दिनों में भारत का कैपिटल एक्सपेंडिचर साइकिल पहले की तुलना में बढ़ा है। इस वजह से भी विदेशी निवेशकों का रुझान भारतीय शेयर बाजार की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
स्टॉक मार्केट से मिल रही जानकारी के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एलएनटी, एनटीपीसी और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन जैसी कंपनियां में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। संभावना जताई जा रही है कि 2023-24 की दूसरी छमाही यानी अक्टूबर से लेकर मार्च के बीच ब्लूचिप कंपनियों के शेयर स्मॉलकैप कंपनियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। ऐसा होने पर लार्जकैप शेयर में तेजी का रुख बन सकता है।
उल्लेखनीय है कि इस साल की पहली छमाही यानी अप्रैल से लेकर सितंबर के दौरान मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी का रुख दर्ज किया गया है। इस अवधि में सेंसेक्स और निफ्टी में जहां करीब 10 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई, वहीं मिडकैप इंडेक्स में 35 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स में 39 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है। जानकारों का कहना है कि साल की दूसरी छमाही के दौरान लार्जकैप इंडेक्स में शामिल शेयरों में मिडकैप या स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों से ज्यादा तेजी आ सकती है।