नई दिल्ली (ईएमएस)। करीब डेढ़ माह के सफर के बाद वर्ल्डकप 2023 अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। टूर्नामेंट के फाइनल में 19 नवंबर को अहमदाबाद में टीम इंडिया का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा। हालांकि लीग मैच में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराने के कारण रोहित शर्मा ब्रिगेड निश्चित रूप से कुछ मनोवैज्ञानिक लाभ की स्थिति में होगी। हालांकि घरेलू माहौल और 8 अक्टूबर के वर्ल्डकप मैच में कंगारू टीम पर इस जीत के बाद भारतीय टीम यह बात भलीभांति जानती है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ‘पलटवार’ के लिए मशहूर है और शुरुआती मैच भारत और दक्षिण अफ्रीका से हारने के बाद अपने प्रदर्शन को शीर्ष स्तर पर पहुंचाकर फाइनल में पहुंची है।
घरेलू मैदान पर बैटिंग हमेशा से ही टीम इंडिया की बड़ी ताकत रही लेकिन इस टूर्नामेंट में भारतीय गेंदबाजों (खासकर तेज गेंदबाजों) ने जैसा प्रदर्शन किया है, यह देखकर दुनिया के दिग्गज प्लेयर्स भी हैरान हैं। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की जोड़ी टूर्नामेंट में बेहतरीन रही है, जबकि मोहम्मद सिराज सहयोगी के रोल में खरे उतरे हैं। 33 वर्षीय शमी के प्रदर्शन की जिनती तारीफ की जाए, वह कम है। टूर्नामेंट के 6 मैचों में ही 9.13 के चमत्कारी औसत और 10.91 के स्ट्राइक रेट से 23 विकेट लेकर वे सबसे सफल बॉलर हैं, दूसरी ओर बुमराह ने शुरुआती, मिडिल और डेथ ओवर्स में कंजूसी भरी बॉलिंग के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर विकेट भी लिए हैं। वे 18.33 के औसत से अब तक 18 विकेट अपने नाम कर चुके हैं।
शमी ने टूर्नामेंट में अब तक तीन बार पारी में 5 या इससे अधिक विकेट ले चुके हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में ही उन्होंने वनडे और वर्ल्डकप का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (7/57) दिया था। टीम इंडिया फाइनल में भी शमी से इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद लगाए होगी। संभवत:अपना आखिरी वर्ल्डकप खेल रहे शमी के पास फाइनल में दो बड़ी उपलब्धि हासिल करने का मौका होगा।
वर्ल्डकप के 17 मैचों में अब तक 54 विकेट ले चुके इस गेंदबाज के पास पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम और श्रीलंका के दिग्गज तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा को पछाड़ने का मौका है। अकरम ने वर्ल्डकप के 38 मैचों में 55 और मलिंगा ने 29 मैचों में 56 विकेट लिए हैं। शमी दो विकेट की स्थिति में अकरम और तीन विकेट लेने की स्थिति में मलिंगा को पीछे छोड़ सकते हैं। यदि वे ऐसा करने में सफल रहे तब ग्लेन मेग्राथ, मुथैया मुरलीधरन और मिचेल स्टॉर्क के बाद वर्ल्डकप इतिहास के चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले बॉलर बन जाएंगे।