त्रिपोली (ईएमएस)। जमीन के नीचे एक प्राचीन यूनानी शहर के नए खंडहर पाए गए हैं। खंडहर देखकर लोग हैरान है। यह खंडहर लीबिया के डर्ना शहर के पास आर्कियोलॉजिकल साइट ‘साइरेन’ में मिले हैं। जब इलाके में डैनियल तूफान के बाद भयंकर मूसलाधार बारिश हुई और फिर बाढ़ ने पूरे इलाके को तबाह कर दिया। इसी दौरान मिट्टी के कटाव के बाद प्राचीन यूनानी शहर के कुछ नए खंडहर और सामने आए। जानकारी के मुताबिक बाढ़ ने हजारों सालों में पहली बार प्रचीन शहर के लंबे समय से खोए हुए हिस्सों को उजागर किया है। भीषण बारिश के कारण डर्ना शहर के करीब 2 बांध टूट गए। इससे पूरे इलाके में भयंकर बाढ़ गई है। इस जल आपदा में लगभग 11 हजार लोग मारे गए। वहीं, इन प्राचीन यूनानी खंडहरों को छुपाने वाला मलबा बाढ़ के पानी के साथ बह गया।
प्राचीन शहर की स्थापना लीबिया के भूमध्यसागरीय तट पर 631 ईसा पूर्व में एजियन सागर में यूनानी द्वीप थेरा से आए लोगों द्वारा की गई थी। ईसा पूर्व चौथी शताब्दी के दौरान यह सबसे महत्वपूर्ण शहरों में से एक था और भूकंप आने से पहले इस पर रोमनों ने कब्जा कर लिया था। खाली छोड़ दिए जाने के बाद इस प्राचीन शहर को फिर से खोजा गया था। जिसे यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा भी मिला हुआ है।हालांकि, इसकी कई संरचनाएं अब तक अंडरग्राउंड छिपी हुई थीं। इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप से जुड़ीं क्लॉडिया गजिनी ने न्यूजवीक को बताया कि बाढ़ के कारण खोजे गए स्लैब की एक सीरीज रोमन सीवेज सिस्टम का हिस्सा हो सकती है।
उन्होंने कहा कि आर्कियोलॉजिस्ट्स को क्षेत्र में एक मंदिर, डेमेटर के अभयारण्य की नई दीवारें भी मिली हैं।बाढ़ के बाद लीबिया में अधिकारियों ने नुकसान का आकलन करने और बचे हुए खंडहरों को बचाने के लिए साइरेन का दौरा किया, जब उन्हें पहले से छिपी हुई इमारतों का पता चला। इन खंडहरों को देखकर लोग हैरान रह गए।