अयोध्या में हनुमानगढ़ी के सहायक पुजारी की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। सुबह जब बहुत देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो वहां मौजूद साधु ने दरवाजे पर धक्का दिया तो अंदर का नजारा देखकर होश उड़ गए। अंदर साधु की खून से लथपथ शव दिखा। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्य एकत्र किये।
आइजी रेंज प्रवीण कुमार और एसएसपी राजकरन नय्यर ने घटनास्थल का जायजा लिया। वहां लगा सीसीटीवी कैमरा कई दिनों से बंद मिला है। मृतक हनुमानगढ़ी के साकेतवासी महंत दुर्बल दास के शिष्य थे। घटना की जानकारी गुरुवार की सुबह हुई। उनके कमरे का दरवाजा काफी देर तक न खुलने पर लोगों को आशंका हुई। साधुओं का कहना है कि हनुमानगढ़ी में साधु भोर में ही उठ जाते हैं।
राम सहारे दास का कमरा बंद देख एक साधु ने धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया। अंदर शव देख साधु से अन्य को जानकारी दी। राम सहारे दास बसंतिया पट्टी से जुड़े थे। थाना प्रभारी मणिशंकर तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि राम सहारे दास का अंबेडकरनगर के भीटी में जमीनी विवाद चल रहा है। मृतक मूलरूप से संतकबीरनगर के कांटा निवासी थे।