गाजियाबाद हि.स.)। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का 17 किलोमीटर लंबा प्राथमिक खंड जल्द ही जनता के लिए परिचालित होने जा रहा है। इन आधुनिक हाई स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी रैपिडएक्स ट्रेनों के संचालन के साथ ही यात्रियों को कई सुविधाएं देने की तैयारी की जा रही है। इसी दिशा में खोई हुई वस्तुओं की शीघ्र बरामदगी सुनिश्चित करने के लिए गाजियाबाद आरआरटीएस स्टेशन पर समर्पित खोया और पाया केंद्र बनाया जाएगा।
यह केंद्र यात्रियों को उनके खोए हुए सामान तक पहुंचाने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा, जिससे भारत के पहले आरआरटीएस कॉरिडोर पर यात्रा अधिक सुरक्षित, निर्बाध और परेशानी मुक्त हो जाएगी।
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने सोमवार को बताया कि यात्रा के दौरान यदि किसी यात्री का कोई समान स्टेशन परिसर या आस-पास खो जाता है या रैपिडएक्स ट्रेन में कोई वस्तु गलती से छुट जाती है। यह समान जिस किसी यात्री को मिलता है, तो वह स्टेशन या ट्रेन स्टाफ से संपर्क कर सकता है। इसके साथ ही खोई-पाई वस्तु के संबंध में पूछताछ और सहायता हेतु रैपिडएक्स ग्राहक सेवा केंद्र के नंबर 08069651515 पर कॉल करके भी मदद ले सकते हैं।
उन्होंने बताया की अगर स्टेशन परिसर या ट्रेन में खोया या छूटा सामान रैपिडएक्स स्टाफ को मिलता है या किसी अन्य यात्री द्वारा उनके पास जमा करवाया जाता है तो यात्री 24 घंटों के भीतर अपने सामान को उसी स्टेशन से प्राप्त कर सकेंगे, जहां वह खोया या छूटा था। वहीं रैपिडएक्स कनेक्ट एप पर यात्री टिकट बुकिंग के साथ ही खोयी-पायी वस्तुओं या सामान की जानकारी भी हासिल कर सकेंगे।
हालांकि 24 घंटे के बाद खोयी-पायी वस्तुओं और सामान को गाजियाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर स्थित समर्पित खोया और पाया केंद्र में पहुंचा दिया जाएगा। रैपिडएक्स में सफर करने वाले यात्रियों को अगर किसी अन्य यात्री का कोई सामान खोयी या छूटी हुई स्थिति में मिलता है तो वह उसे स्टेशन स्टाफ के पास जमा करवा सकते हैं।
गाजियाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर स्थित समर्पित खोया और पाया केंद्र हर दिन सुबह 08 बजे से रात 08 बजे तक संचालित होगा। इससे यात्रियों को अपना सामान वापस पाने में आसानी होगी। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि छह महीने के बाद लावारिस वस्तुओं का निपटान प्रतिधारण नीति द्वारा किया जाएगा।