(विश्व खाद्य दिवस पर विशेष)
अबुधाबी (हि.स.)। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का प्रमुख शहर दुबई शायद विश्व में अकेला शहर है, जहां गरीब या जरूरतमंद एटीएम से नि:शुल्क गरमागरम रोटी निकाल सकता है। यहां पर इन्हें खुब्ज या खबूस कहते हैं।
दरअसल, मोहम्मद बिन राशिद ग्लोबल सेंटर फॉर एंडोमेंट कंसल्टेंसी (एमबीआरजीसीईसी) ने एक नई पहल की है। संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की प्रेरणा से कोरोना काल में शहर में कई स्थानों पर ऑटोमेटिक वेडिंग मशीन (एटीएम) लगवाई गई हैं। इन एटीएम से गर्म रोटियां निकलती हैं। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य है कि उनके शहर में कोई जरूरतमंद या गरीब भूखा न सोए।
इस संबंध में स्थानीय साहित्यकार व शिक्षक डॉ. आरती लोकेश ने बताया कि दुबई सरकार के सहयोग से सुपरमार्केट में ऐसी एटीएम लगाई गई हैं, जहां से जरूरतमंद या गरीब गर्म रोटी निशुल्क निकाल सकता है। उन्होंने बताया कि इन एटीएम में एक बार में अरबी स्टाइल की दो रोटियां निकलती हैं, जिन्हें अरबी भाषा में ‘खुब्ज़’ और अंग्रेज़ी में ‘पीटा ब्रैड’ कहते हैं। इसके अलावा पश्चिमी स्टाइल में ‘फिंगर रोल’ और भारतीय ‘चपाती’ भी निकलती हैं।
दुबई की डीकॉम डिजाइन कंपनी के सीईओ विकास भार्गव ने बताया कि स्थानीय शासक ने गरीबों और मजदूरों को मुफ्त रोटी उपलब्ध कराने के लिए स्मार्ट मशीनें लगवाई हैं। उन्होंने बताया कि अभी केवल सात स्थानों पर ऐसी एटीएम लगाई गई हैं। इन एटीएम के माध्यम से कोई भी अपने डेबिट कार्ड से नि:शुल्क रोटी सेवा के लिए दान भी दे सकता है।
दुबई में शिक्षिका सना सुलेमान ने बताया कि स्थानीय शासक की इस पहल से गरीबों को बहुत राहत मिली है। पैसों का अभाव होने पर उन्हें इन्हीं रोटी एटीएम का सहारा होता है। कोरोना काल में गरीब लोगों के लिए ऐसे एटीएम किसी फरिश्ता से कम नहीं थे। उन्होंने बताया कि इन एटीएम में रोटियां रखी नहीं होती हैं, बल्कि व्यक्ति के बटन दबाने के बाद एटीएम में ही बनती हैं और गर्म निकलती हैं।