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अयोध्या की प्राचीन भव्यता को लाने में जुटी योगी सरकार, जानिए क्या है तैयारी



राम नगरी के प्राचीन 37 मठ मंदिरों आश्रमों एवं पौराणिक कुंडों का किया जा रहा कायाकल्प
68.80 करोड़ का बजट आवंटित

अयोध्या। अयोध्या धाम को विश्व स्तरीय धार्मिक एवं पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के साथ अयोध्या की प्राचीनता व भव्यता को फिर से निखारने एवं स्थापित करने के दृष्टिगत अयोध्या धाम का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या धाम में स्थित विभिन्न ऐतिहासिक एवं पौराणिक मठ–मंदिरों आश्रमों, भवनों, कुंडों को उनकी प्राचीन वास्तुकला को संजोने– संवारने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। इसके लिए अयोध्या व उसके आसपास के विभिन्न पौराणिक एवं ऐतिहासिक कुण्डों, मठ-मंदिरों, आश्रमों एवं पर्यटन स्थलों का विकास एवं निर्माण किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद के 37 धार्मिक स्थलों के फसाड ट्रीटमेंट एवं पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास/निर्माण कार्य के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने 68.80 करोड़ रूपये का बजट उप्र राज्य पर्यटन विकास निगम को उपलब्ध कराया है।

इन 37 मंदिरों को होगा कायाकल्प

जानकी घाट, बड़ा स्थान, दशरथ भवन मंदिर, मंगल भवन, अक्षरी मंदिर, राम कचेहरी मंदिर, सियाराम किला, दिगम्बर अखाड़ा, तुलसी चौराहा मंदिर, भारत किला मंदिर, हनुमान मंदिर, कालेराम मंदिर, नेपाली मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर, छोटी देवकाली मंदिर, मौर्य मंदिर, राम गुलेला मंदिर, करतलिया बाबा मंदिर, तिवारी मंदिर, वेद मंदिर, मणिराम दास छावनी मंदिर, बरेली मंदिर, रंग महल मंदिर, टेढ़ीयाती महादेव मंदिर, राम पुस्तकालय मंदिर, विद्या देवी मंदिर, देवीकाली कुण्ड मंदिर, रत्न सिंहासन मंदिर सहित 37 पौराणिक मंदिरों/आश्रमों व पौराणिक कुंड शामिल हैं।
इस प्रकार होगा जीर्णोद्धार

पौराणिकुंड के बिल्डिंग एवं आर्ट संरक्षण कार्य के साथ ही पेंटिंग, लाइटिंग अरेस्ट्रो, फसाड ल्यूमिनेशन, विजिटर एमिनिटीज टाॅयलेट, क्लाक रूम, ड्रिंकिंग वाटर एण्ड शू रेक, स्ट्रीट फर्नीचर ,स्ट्रीट लाइट, बेंचस, डस्टबिन, रेलिंग फुटपाथ, सीसीटीवी आदि कार्य कार्यदायी संस्था उप्र राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड की ओर से कराया जा रहा है।

मंदिरों के जीर्णोद्धार को लेकर करता कहते हैं डीएम

डीएम नितीश कुमार ने कार्यकारी संस्था को निर्देशित किया है कि सभी 37 मंदिरों एवं कुण्डो व आश्रमों का जीर्णोद्धार दिसंबर माह तक पूरा कर लिया जाय। डीएम नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम के इन पौराणिक स्थलों के पुनरूद्धार का कार्य उनकी ऐतिहासिक वास्तुकला को संजोते हुए तत्कालीन समय में प्रयोग किये गये निर्माण सामाग्रियों चूना, सुर्खी आदि का प्रयोग करते हुए ही रेनोवेट किया जा रहा है। इसी के साथ ही इनके प्रवेश द्वारों पर स्टूक़ो/चित्रकारी भी की जाएगी। वहां परआधुनिक फसाड लाइटिंग की जाएगी। जीर्णोद्धार किये जा रहे सभी पौराणिक स्थलों/मठ-मंदिरों एवं आश्रमों में साइनेज भी लगाये जायेंगे। जिस पर उनके पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्वों एवम् मूल्यों को उकेरा जायेगा। डीएम ने बताया कि इसी प्रकार चरणबद्ध तरीके से अयोध्या धाम के अन्य ऐतिहासिक महत्व के पौराणिक स्थलों का जीर्णोद्धार किया जायेगा

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