-नाजायज रिश्ते का आरोप मढ़ का हुआ कृत्य, मुकदमा, तीन गिरफ्तार
तुर्कपट्टी, कुशीनगर। कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के जंगल पिपरासी गांव की नाबालिक लड़की व एक युवती पर नाजायज रिश्ते का आरोप मढ़कर गांव के ही मनबढ़ों द्वारा गांव के चौराहे पर बाल काटने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के एक गांव की मुसहर बस्ती की नाबालिक लड़की व इसकी पड़ोसी युवती को शनिवार की देर रात गांव के ही मनबढ़ युवकों द्वारा कुछ अन्य युवकों के साथ नाजायज रिश्ता रखने का आरोप मढ़कर बाल काटकर अमानवीय कृत्य किये जाने की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। पीड़िताओं के अनुसार उन पर अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए गांव के सार्वजनिक स्थल पर बुलाया गया और दोनों के बाल काटे गए। इस कृत्य का विरोध करने पर दोनों की पिटाई भी की गई। साथ ही दोनों को गांव से निकाले जाने की धमकी भी दी गयी।घटना के संबंध में बताया जाता है कि मुसहर बस्ती की रहने वाली महिला के घर दूसरे गांव का युवक आता था। इसकी जानकारी होने पर गांववालों ने महिला और युवती का युवक से अवैध संबंध होने का आरोप चार दिन पहले भी लगाया था। जिसको लेकर आरोपियों और महिला के बीच कहासुनी भी हुई। बीते शनिवार की रात करीब दस बजे गांव के कुछ युवक एकजुट होकर महिला और युवती को गांव के सार्वजनिक स्थान पर लेकर गए और सिर का बाल काटा तथा कथित रूप से पिटाई भी की। लगभग 36 घंटे तक आरोपियों के भय से खामोश रहने के बाद सोमवार की शाम को युवती की मां थीं पहुंची और तहरीर दिया जिसके आधार पर सोमवार की देर रात पुलिस ने आरोपियों नरसिंह पुत्र लक्ष्मी, बिन्दु पुत्र श्रीनाथ, ब्रह्मा पुत्र प्रभु, सुखदेव पुत्र काशी व राजेश पुत्र काशी के खिलाफ उत्पीड़न व छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर लिया। इस संबंध में एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि पीड़िताओं द्वारा बाल काटने का आरोप लगाया गया है।
बाल काटने की बात अभी प्रमाणित नहीं हुई है। विवेचना में प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर आरोप तय किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष सजातीय हैं, लिहाजा दलित उत्पीड़न का मामला नहीं है। तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि घटना घटित होने और तहरीर मिलने के बीच एसएचओ, हल्का दरोगा, सिपाही या गांव के चौकीदार के संज्ञान में घटना नहीं आयी।