लखनऊ (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लोकसभा चुनाव-2023 के पहले अपने मतदाताओं को संदेश देते हुए कांग्रेस की दलित गौरव यात्रा और भाजपा की अनुसूचित जाति बैठक जैसे दलित कार्यक्रमों पर निशाना साधा है।
जननेता कांशीराम की पुण्यतिथि पर मायावती ने सोमवार को प्रेस नोट जारी कर कहा कि वैसे तो घोर जातिवादी और आरक्षण विरोधी पार्टियां विशेषकर भाजपा और कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सिर्फ वोटों के स्वार्थ के कारण अपने आप को दलित समाज का हितैषी बताने में जुटी है।
मायावती ने गणना की मांग पर कहा कि ओबीसी समाज की उत्तर प्रदेश और देश में गणना कराने की पार्टी की मांग है। इससे इंकार करने वाले उसी आरक्षण विरोधी संकीर्ण जातिवादी सोच के लोग है, जो एससी व एसटी समाज के आरक्षण को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाने का षड़यंत्र लगातार करते रहते हैं। इस आरक्षण के बैकलॉग को भी नहीं भरते है। इसी कारण नीति निर्धारण में बहुजन समाज की कोई भूमिका नहीं रहती।
कांग्रेस व भाजपा पर मायावती ने आगे कहा कि जनहित और जनकल्याण के मामलों में भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकारें कसूरवार हैं। देश के दलित समाज के लोगों को इन पार्टियों की साजिश, झूठे वायदों को समझकर इसके विरुद्ध नीति, रणनीति और कार्रवाई करने की आवश्कता है। अब और इनके भरोसे रहना, अपने पांव पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है।